कार्बोहाइड्रेट के कार्य-Functions of carbohydrate

जीवों को अपनी जैविक क्रियाएं सुचारू रूप से चलाने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। जिसे प्राणी भोजन से प्राप्त करते हैं। भोजन में कार्बोहाइड्रेट्स उपस्थित होते हैं, जो शरीर में पहुँचकर ऊर्जा प्रदान करते हैं। इस प्रकार कार्बोहाइड्रेट्स ऊर्जा प्रदान करने वाले पौष्टिक तत्व हैं।

कार्बोहाइड्रेट का शरीर में कार्य

  • शर्कराओं के रूप में ऊर्जा उत्पादन के लिए ईंधन का काम करते हैं।
  • पॉलीसैकराइड्स के रूप में कोशिका कला तथा संयोजी ऊतक की रचना में भाग लेते हैं।
  • स्टार्च के रूप में संचित ईंधन का काम करते हैं।
  • वसा में बदलकर संचित भोजन का काम करते हैं।
  • DNA तथा RNA के घटक होते हैं।
  • सेलुलोस के रूप में कोशिका भित्ति बनाते हैं।
  • अनेक जन्तुओं में बाह्म कंकाल बनाते हैं।

कार्बोहाइड्रेट का मुख्य कार्य शरीर को ऊर्जा प्रदान करना है। 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट से 4 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है। यद्यपि 1 ग्राम वसा से 9 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है, परन्तु वसा का पाचन कठिन होता है; अतः अधिक मात्रा में वसा सेवन उचित नहीं होता है। कार्बोहाइड्रेट का पाचन आसानी से हो जाता है। भारत देश में लोगों के आहार में कुल ऊर्जा का 90% भाग कार्बोहाइड्रेट से ही प्राप्त होता है।

संतृप्त एवं असंतृप्त वसीय अम्ल

कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन को ऊर्जा के रूप में व्यय होने से रोकते हैं। भोजन में कार्बोहाइड्रेट तथा वसा की कमी होने पर प्रोटीन ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करती है। आहार में अच्छी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट लेने से शरीर में प्रोटीन की बचत होती है। जिससे प्रोटीन शरीर के अन्य कार्यों जैसे- शरीर निर्माण करना, शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत करना आदि के लिए पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहती है।

कार्बोहाइड्रेट शरीर में वसा की उपयोगिता को बढ़ाता है। आहार में कार्बोहाइड्रेट की कमी से वसा का परिवर्तन पूर्णरूप से कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल में नहीं हो पाता है। जिससे शरीर में कीटोनों की मात्रा अधिक हो जाती है। कीटोनों की अधिकता के कारण रुधिर अम्लीय हो जाता है। इस अवस्था को कीटोसिस कहते हैं।

सम्बन्धित लेख- कार्बोहाइड्रेट क्या होते हैं?

प्रोटीन, वसा तथा कार्बोहाइड्रेट उपापचय चक्र में कहीं न कहीं एक दूसरे से जुड़े रहते हैं। वसा का पूर्ण ऑक्सीकरण इस बात पर निर्भर करता है कि कार्बोहाइड्रेट के ऑक्सीकरण के पश्चात कितनी मात्रा में पाइरुविक अम्ल बनता है।

कार्बोहाइड्रेट आंत में उपस्थित जीवाणुओं को ऊर्जा प्रदान करता है। आंत में कुछ जीवाणु उपस्थित रहते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों जैसे-विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का उत्पादन करते हैं। इन जीवाणुओं को जीवित रहने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है यह ऊर्जा कार्बोहाइड्रेट से ही प्राप्त होती है।

वसा के कार्य

विश्व के सभी देशों में ऊर्जा प्रदान करने वाले पौष्टिक तत्वों के रूप में कार्बोहाइड्रेट का ही उपयोग किया जाता है। यह ऊर्जा अनाजों, शक्कर तथा स्टार्चयुक्त सब्जियों के अधिक मात्रा में उपयोग से प्राप्त होती है।

You May Also Like

Kavya Me Ras

काव्य में रस – परिभाषा, अर्थ, अवधारणा, महत्व, नवरस, रस सिद्धांत

काव्य सौन्दर्य – Kavya Saundarya ke tatva

काव्य सौन्दर्य – Kavya Saundarya ke tatva

भारत के वायसराय-Viceroy of India

भारत के वायसराय-Viceroy of India