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काव्य में रस – परिभाषा, अर्थ, अवधारणा, महत्व, नवरस, रस सिद्धांत
जैसा कि आप जानते हैं कि काव्य की तीन प्रमुख अंगों में से रस भी एक अंग होता है। अतः आप यहाँ क्रमवार आप पढ़ेंगे: काव्य में रस क्या है,...Read more !
काव्य सौन्दर्य – Kavya Saundarya ke tatva
काव्य के सौन्दर्य-तत्व मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं, जो निम्नलिखित हैं- भाव-सौन्दर्य विचार-सौन्दर्य नाद-सौन्दर्य अप्रस्तुत-योजना का सौन्दर्य भाव सौन्दर्य प्रेम, करुणा, क्रोध, हर्ष, उत्साह आदि का विभिन्न...Read more !
बंगाल का विभाजन-Partition of Bengal
बंगाल का विभाजन 16 अक्टूबर 1905 ई. को प्रभावी हुआ। वायसराय लार्ड कर्जन ने 19 जुलाई 1905 को विभाजन की रूपरेखा आम जनता के सामने रखी। 20 जुलाई को विभाजन...Read more !