कवक शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द फंगस से हुई है, जिसका शाब्दिक अर्थ छत्रक या मशरूम होता है। कवक पर्णहरिम रहित, संवहन ऊतक रहित थैलोफिटिक समूह के जीव है। ये जड़, तना तथा पत्तियों में विभाजित नहीं होते हैं। इनमें जनन बीजाणुओं द्वारा होता है।
कवक परजीवी या मृतोपजीवी होते हैं। मृतोपजीवी कवक प्रायः खाद्य, अचार, रोटी, मुरब्बे व चमड़ा आदि पर पाये जाते हैं। जबकि परजीवी कवक पोषक पौधों की कोशिका बाह्म भाग पर उगते हैं तथा पोषक पौधे से अपने चूषकांग द्वारा पोषण प्राप्त करते हैं।
कवकों द्वारा उत्पादित प्रमुख कार्बनिक अम्ल
अम्ल कवक
सिट्रिक अम्ल एस्परजिलस नाइगर
ऑक्सेलिक अम्ल ” ”
मैलिक अम्ल एस्परजिलस गैलोमाइसीज
ग्लूकोनिक अम्ल पेनिसिलियम परफ्यूरोजीनम
फ्यूरिक अम्ल राइजोपस स्टोलोनीफर
कवकों द्वारा स्रावित प्रमुख एंटीबायोटिक
एंटीबायोटिक कवक
पेनिसिलीन पेनिसिलियम नोटेटम,
पेनिसिलियम क्राइसोजेनम
रेमाइसिन म्यूकर रेमिनियनस
ग्राइसिओफुलविन पेनिसिलियम ग्राइसिओफुलविन,
एस्परजिलस प्रोलीफेरन्स
फ्यूमागेलिन एस्परजिलस फ्यूमिगेटस
कम्पेस्ट्रिन सैलिओटा कम्पेस्ट्रिस
कवक का मानव जीवन से घनिष्ठ सम्बन्ध है। इनकी अनेक जातियां मानव के लिए लाभदायक तथा हानिकारक होती हैं।
विज्ञान की वह शाखा, जिसके अंतर्गत कवकों का विस्तृत अध्ययन किया जाता है, कवक विज्ञान अथवा माइकोलॉजी (Mycology) कहलाती है।
01- बेसिडियोकार्प निम्न में किस कवक का खाने योग्य भाग है?
A-राइजोपस का
B-म्यूकर का
C-एल्ब्यूगो का
D-एगैरिकस का
एगैरिकस एक खाने योग्य कवक है जिसके फलनकाय खाए जाते हैं। इन्हें बेसिडियोकार्प कहते हैं। बेसिडियोकार्प मुख्य रूप से कवक के जनन से सम्बन्धित संरचनाएं हैं।
02- इनमें से कौन खाने योग्य कवक है-
A-एगैरिकस
B-एस्कोबोलस
C-एल्ब्यूगो
D-पीथियम
एगैरिकस वंश के कवक खाने योग्य होते हैं, इन्हें सामान्यतः मशरूम कहा जाता है। एगैरिकस कम्पेस्ट्रिस, एगैरिकस बाइस्पोरस आदि मसरूम के सामान्य उदाहरण है।
03- कौन-सी कवक ब्रेड बनाने में प्रयुक्त की जाती है?
A-एगैरिकस
B-यीस्ट
C-म्यूकर
D-पीथियम
यीस्ट (सैक्रोमाइसीज) कवक का उपयोग ब्रेड बनाने में होता है। यह कवक शर्करा का किण्वन करता है। इस क्रिया में यह इथाइल एल्कोहल तथा CO2 उत्पन्न करता है।
04- किस समूह के सदस्यों का उपयोग बीयर बनाने में किया जाता है
A-राइजोपस
B-एल्ब्यूगो
C-न्यूरास्पोरा
D-यीस्ट
सैकैरोमाइसीज को सामान्यता यीस्ट कहते हैं। ये प्रायः ऐसे माध्यम में उगते हैं, जिसमें शर्करा अधिक मात्रा में होती है। जिसके कारण इन्हें फफूंद शर्करा भी कहते हैं। सैकैरोमाइसीज सेरेविसी का व्यापक रूप से उपयोग बीयर बनाने में किया जाता है।
05- एल्कोहॉलिक किण्वन में प्रयुक्त होता है-
A-स्यूडोमोनास
B-एस्पर्जिलस
C-सैक्रोमाइसीज√√
D-म्यूकर
06- निम्न में से किसमें पर्णहरिम (क्लोरोफिल) पूर्णतया अनुपस्थित होता है?
A-कवक
B-शैवाल
C-लाइकेन
D-उपर्युक्त में कोई नहीं
कवक क्लोरोफिल रहित यूकैरियोटिक जीव हैं। इनका थैलस प्रायः शाखित तथा तन्तुवत होता है तथा इनकी कोशिकाभित्ति काइटिन या सेलुलोस या दोनों की बनी होती है।
07- कवक में संग्रहित भोज्य पदार्थ है-
A-ग्लाइकोजन
B-मण्ड
C-सुक्रोज
D-माल्टोज
कवकों में संग्रहित भोज्य पदार्थ ग्लाइकोजन तथा तेल होते हैं। मण्ड उच्च पौधों में संग्रहित भोज्य पदार्थ है।
08- माइकोराइजा प्रदर्शन करता है-
A-एक कवक और एक जड़ की सहजीविता
B-माइकोप्लाज्मा तथा जड़ की परजीविता
C-माइकोप्लाज्मा तथा जड़ की सहजीविता
D-एक कवक और एक जड़ की अधिपादपता
माइकोराइजा, कवक तथा उच्च वर्ग के पौधों की जड़ों के बीच एक सहजीवी सम्बन्ध होता है। जिसमें कवक भूमि से खनिज पदार्थों तथा जल का अवशोषण करके पौधों की सहायता करता है और बदले में पौधों से भोजन प्राप्त करता है।
09- एल्ब्यूगो होता है-
A-ऑब्लीगेट अन्तरकोशिकीय रोग जनक√√
B-अंतः कोशिकीय परजीवी
C-अन्तरकोशिकीय मृतोपजीवी
D-फैकल्टेटिव अंतरकोशिकीय परजीवी
3 post ads->
style=”display: block;” data-ad-format=”auto” data-ad-slot=”5784732699″ data-full-width-responsive=”true”
एल्ब्यूगो, ऊमाइसिटीज वर्ग का एक कवक है। यह कई उच्च पौधों का एक ऑब्लीगेट अन्तरकोशिकीय परजीवी है और उनमें रोग उत्पन्न करता है।
10- ब्रेड माउल्ड या ब्लैक माउल्ड किस कवक का सामान्य नाम है?
A-राइजोपस
B-म्यूकर
C-न्यूरास्पोरा
D-यीस्ट
राइजोपस एक मृतोपजीवी कवक है जो मृत पदार्थों पर उगता है। इसका सामान्य नाम ब्रेड माउल्ड या ब्लैक माउल्ड है।
11- फंगल कोशिकाओं को अभिरंजित किया जा सकता है-
A-आयोडीन द्वारा
B-कॉटन ब्लू द्वारा
C-लैक्टोफेनॉल द्वारा
D-सेफ्रेनीन द्वारा
फंगल कोशिकाओं को कॉटन ब्लू द्वारा अभिरंजित किया जा सकता है। कॉटन ब्लू सभी कवकों के हाइफी को गाढ़ा नीला कर देता है। लैक्टोफेनॉल अधिक समय तक कवक को उसकी प्राकृतिक अवस्था में रखता है।
12- मशरूम का वह भाग, जो जमीन के ऊपर दिखाई देता है, कहलाता है-
A-जाइगोस्पोर
B-बेसिडियोकार्प
C-एस्कोकार्प
D-एस्कोगोनियम
मशरूम का वैज्ञानिक नाम एगैरिकस है। इसमें बेसिडियोकार्प एक फ्रूटिंग संरचना होती है। जो जमीन के ऊपर दिखाई देती है। इसमें बीजाणुओं का निर्माण होता है।
13- निम्न में कौन-सा जलीय कवक है-
A-सैप्रोलेग्निया
B-राइजोपस
C-पेनिसिलियम
D-मार्केला
सैप्रोलेग्निया की अधिकांश जातियां जलीय एवं मृतोपजीवी हैं। जो सड़े-गले पदार्थों और जलीय कीटों के शरीर पर पायी जाती हैं। इसकी कुछ जातियां मछलियों के गिल में वास करती हैं और उनमें गिल रॉट नामक रोग उत्पन्न करती हैं।
14- कवक की कोशिका में निम्न में से कौन सा कोशिकांग नहीं पाया जाता है?
A-राइबोसोम्स
B-गाल्जी कॉम्प्लेक्स
C-E. R.
D-ये सभी
कवक में यूकैरियोटिक प्रकार की कोशिका होती है। इसमें राइबोसोम्स, E. R. माइटोकॉन्ड्रिया इत्यादि कोशिकांग पाये जाते हैं। किन्तु गाल्जी कॉम्प्लेक्स नहीं पाया जाता। इसके स्थान पर डिक्टियोसोम नामक संरचना होती है।
15- कवक की कोशिकाभित्ति किस पदार्थ की बनी होती है?
A-लिग्निन
B-सुबेरिन
C-काइटिन
D-क्यूटिन
style=”display: block; text-align: center;” data-ad-format=”fluid” data-ad-layout=”in-article” data-ad-slot=”3280512880″
कवकों की कोशिकाभित्ति काइटिन नामक पदार्थ की बनी होती है। जबकि पौधों की कोशिकाभित्ति सेलुलोज की बनी होती है।
16- सर्वप्रथम पेनिसिलीन किस वैज्ञानिक के द्वारा पृथक किया गया?
A-लीवेन हुक द्वारा
B-वाक्समैन द्वारा
C-अलेक्जेंडर फ्लेमिंग द्वारा
D-राबर्ट ब्राउन द्वारा
पेनिसिलीन एक एंटीबायोटिक दवा है जिसे सर्वप्रथम अलेक्जेंडर फ्लेमिंग ने पेनिसिलियम नामक कवक से प्राप्त किया था।
17- पेनिसिलीन नामक एंटीबायोटिक किससे प्राप्त होता है?
A-जीवाणु
B-शैवाल
C-कवक√√
D-लाइकेन
कवकों जनित रोगों से सम्बन्धित प्रश्न उत्तर
18- पौधों में होने वाले रोगों के जैविक नियंत्रण में कौन सा कवक उपयोगी है?
A-पेनिसिलियम नोटेटम
B-फाइटोफ्थोरा पैरासिटिका
C-ट्राइकोडर्मा विरिडे
D-म्यूकर म्यूसिडो
ट्राइकोडर्मा विरिडे मृदा में पाया जाने वाला एक कवक है। इसका उपयोग दूसरे रोग जनक कवकों को नष्ट करने में किया जाता है।
19- निम्नलिखित में से कवक और उससे होने वाला रोग सुम्मेलित नहीं है-
A-पीथियम – आर्द्र-पतन रोग
B-फ्यूजेरियम – म्लानि रोग
C-अल्टरनेरिया – अगेती अंगमारी रोग
D-अस्टीलैगो – बंट रोग√√
अस्टीलैगो वंश के कवकों द्वारा स्मट रोग होता है। बंट रोग टिलेटिया ट्रिटिकी नामक कवक से होता है।
20- सही सुमेलित नहीं हैं-
A-कपास का कोणीय पर्ण चित्ती रोग – जैन्थोंमोनास माल्वेसिएरम
B-कपास का म्लानि रोग – एल्ब्यूगो√√
C-कपास का पर्ण-चित्ती रोग – अल्टरनेरिया मैक्रोस्पोरा
D-गन्ने का लाल गलन रोग – कोलेटोट्राइकम फाल्केटम
21- एफ्लाटॉक्सिन किसके द्वारा उत्पन्न होता है?
A-वायरस द्वारा
B-कवक द्वारा
C-जीवाणु द्वारा
D-निमैटोड द्वारा
एफ्लाटॉक्सिन एक प्रकार का विषैला रसायन होता है जो कवकों जैसे-एस्परजिलस द्वारा उत्पन्न होता है। यह कैंसर कारक होता है।
22- आलू में वार्ट रोग की उत्पत्ति का कारण है-
A-फाइटोफ्थोरा इन्फेस्टेंस
B-अल्टरनेरिया सोलेनी
C-पीथियम डिबेरिएनम
D-सिनकाइट्रियम एंडोबायोटिकम
style=”display: block; text-align: center;” data-ad-format=”fluid” data-ad-layout=”in-article” data-ad-slot=”4029953818″
आलू में वार्ट रोग सिनकाइट्रियम एंडोबायोटिकम कवक द्वारा होता है। फाइटोफ्थोरा इन्फेस्टेंस द्वारा आलू का लेट ब्लाइट तथा अल्टरनेरिया सोलेनी द्वारा आलू का अर्ली ब्लाइट रोग उत्पन्न होता है।
23- क्रूसीफर में श्वेत रस्ट उत्पन्न होता है-
A-पीथियम द्वारा
B-अस्टीलैगो द्वारा
C-पक्सीनिया द्वारा
D-एल्ब्यूगो द्वारा
क्रूसीफर में श्वेत रस्ट एल्ब्यूगो कैन्डिडा द्वारा उत्पन्न होता है। यह वास्तविक रस्ट नहीं होता है। क्रूसीफर का ब्लैक रस्ट पक्सीनिया ग्रैमिनीज द्वारा उत्पन्न होता है। यह वास्तविक रस्ट होता है।
24- पक्सीनिया कवक से कौन सा रोग होता है?
A-जंग रोग
B-कंड रोग
C-म्लानि रोग
D-इनमें से कोई नहीं
पक्सीनिया वंश के कवकों से वास्तविक रस्ट (जंग) रोग उत्पन्न होता है। ये उच्च पौधों पर परजीवी होते हैं तथा रस्ट रोग उत्पन्न करके फसल को प्रभावित करते हैं।
25- आलू का लेट ब्लाइट रोग किसके द्वारा उत्पन्न होता है?
A-एल्ब्यूगो कैन्डिडा द्वारा
B-फ्यूसेरियम मोनिलिफार्म द्वारा
C-फाइटोफ्थोरा इन्फेस्टेंस द्वारा
D-अल्टरनेरिया सोलेनी द्वारा√√
26- निम्नलिखित में से किस मिश्रण का उपयोग पौधों में कवक से होने वाली बीमारी के रोकथाम में किया जाता है?
A-मैलाथिऑन
B-फ्यूराडान
C-डी. डी. टी.
D-बोर्डेक्स
बोर्डेक्स मिश्रण का उपयोग पोधों में कवक से होने वाली बीमारी के रोकथाम के लिए किया जाता है। यह कॉपर सल्फेट, चूना तथा जल का मिश्रण होता है। बोर्डेक्स मिश्रण श्वेत रस्ट, ब्लाइट, डाउनी मिल्ड्यू आदि कवक जनित रोगों में असरदार होता है।
27- एथलीट फुट बीमारी किसके द्वारा उत्पन्न होती है?
A-जीवाणुओं से
B-फफूंद से
C-प्रोटोज़ोआ से
D-सूत्रकृमि से
एथलीट फुट बीमारी ट्राइकोफाइटोन नामक विशेष फफूंद से होती है। यह त्वचा के मुलायम हिस्से को प्रभावित करता है। इस रोग का संक्रमण संक्रमित मृदा से होता है।
28- अर्गटात्पय नामक रोग किसके उपभोग से होता है?
A-संदूषित अन्न के
B-सड़ती हुई वनस्पति के
C-संदूषित जल के
D-बासी खाद्य पदार्थों के
अर्गटात्पय बीमारी संदूषित अन्न के उपभोग से होती है। अन्न को संदूषित करने का कार्य क्लेविसेप्स परपुरिया नामक विशेष कवक करता है।
29-निम्न में कौन-सा रोग कवक के कारण होता है?
A-पोलियो
B-त्वचा का प्रदाह
C-हैजा
D-इनमें कोई नहीं
त्वचा का प्रदाह का कारण कवक है जबकि पोलियो रोग का कारक विषाणु तथा हैजा रोग का कारक जीवाणु होता है।
30- निम्नलिखित में कौन-सी बीमारी कवक जनित है?
A-वर्णांधता
B-एड्स
C-हूपिंग कफ
D-गंजापन
गंजापन फंगस जनित रोग है। एड्स मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने वाला घातक रोग है। वर्णांधता एक आनुवांशिक रोग है।
31- मनुष्य में एफ्लाटॉक्सिन खाद्य विषाक्तन द्वारा सामान्य तौर पर कौन सा अंग प्रभावित होता है?
A-हृदय
B-फेफड़ा
C-वृक्क
D-यकृत
यकृत शरीर की मुख्य पाचक ग्रन्थि है जोकि खाद्य विषाक्तन द्वारा प्रभावित हो जाती है। कुछ कवकों द्वारा एफ्लाटॉक्सिन नामक जहरीला पदार्थ स्रावित किया जाता है। जो भोजन को विषाक्त कर देता है।
कवकों द्वारा उत्पन्न प्रमुख पादप रोग
पादप रोग सम्बन्धित कवक
आलू का वार्ट रोग – सिनकाइट्रियम एण्डोबायोटिकम
पपीते का स्टेम रॉट – पाइथियम एफेनोडर्मेटम
आलू का लेट ब्लाइट – फाइटोफ्थोरा इन्फेस्टेंस
मटर का पाउडरी मिल्ड्यू – ऐरीसाइफी पॉलीगोनाई
गेहूं का पाउडरी मिल्ड्यू – पेरोनास्पोरा पिसी
बाजरे का ग्रीन ईयर – स्क्लेरोस्पोरा ग्रेमीनिकोला
गेहूं का ब्लैक रस्ट – पक्सीनिया ग्रैमिनिस
गेहूं का फ्लैग स्मट – यूरोसिस्ट्रिस ट्रिटिसाई
गेहूं का लूज स्मट – अस्टिलैगो होरडाई
जौ का लूज स्मट – अस्टिलैगो न्यूडा
गन्ने का व्हिप स्मट – अस्टिलैगो साइटेमिनी
ज्वार का ग्रेन स्मट – स्फैसिलोथीका सोरघाई
बाजरे का स्मट – टोलीपास्पोरियम पेनिसिलेराई
आलू का अर्ली ब्लाइट – अल्टरनेरिया पर्सोनेटा
मूंगफली का टिक्का रोग – सर्कोस्पोरा पर्सोनेटा
गन्ने का रेड रॉट – कोलीटोट्राइकम फल्केटम
कवक जनित प्रमुख मानव रोग
मानव रोग कारक कवक
क्रिप्टोकोकोसिस – लाइपोमाइसीज निओफारमैन्स
ब्लास्टोमाइकोसिस – ब्लास्टोमाइसीज डर्मिटिस
हिस्टोप्लाज्मोसिस – हिस्टोप्लाज्मा कैप्सूलेटम
कैन्डिडायसिस – कैन्डिडा एल्बीकैन्स
नाड़ी तन्त्र के रोग – म्यूकर प्यूसीलस
कॉक्सिडियोमाइकोसिस – कॉक्सिडियाडिस इम्यूटिस
स्पोरोट्राइकोसिस – ट्राइकोफाइटॉन परप्यूरियम