बंगाल का विभाजन-Partition of Bengal
बंगाल का विभाजन 16 अक्टूबर 1905 ई. को प्रभावी हुआ। वायसराय लार्ड कर्जन ने 19 जुलाई 1905 को विभाजन की रूपरेखा आम जनता के सामने रखी। 20 जुलाई को विभाजन…
Read more !बंगाल का विभाजन 16 अक्टूबर 1905 ई. को प्रभावी हुआ। वायसराय लार्ड कर्जन ने 19 जुलाई 1905 को विभाजन की रूपरेखा आम जनता के सामने रखी। 20 जुलाई को विभाजन…
Read more !1858 के अधिनियम द्वारा भारत के गवर्नर जनरल को भारत का वायसराय कहा जाने लगा। गवर्नर जनरल और वायसराय एक ही व्यक्ति होता था। जब वह ब्रिटिश प्रान्तों का शासन…
Read more !लार्ड विलियम बैंटिंक (1828-35 ई.)- 1828 से 1833 तक बंगाल का गवर्नर जनरल और 1833 से 1835 तक भारत का गवर्नर जनरल। चार्ल्स मेटकॉफ (1835-36 ई.) लार्ड आकलैण्ड (1836-42 ई.)…
Read more !ब्रिटिश सरकार ने कम्पनी पर नियंत्रण स्थापित करने हेतु रेग्यूलेटिंग एक्ट-1773 पारित किया। जिसमें बंगाल के गवर्नर को बंगाल का गवर्नर जनरल बनाने का प्रावधान किया गया। वारेन हेस्टिंग्स को…
Read more !भारत में अंग्रेजी शासन की स्थापना सर्वप्रथम बंगाल में हुई। प्लासी के युद्ध के समय बंगाल में अंग्रेजों का प्रमुख ड्रेक था। प्लासी युद्ध की सफलता में राबर्ट क्लाइव की…
Read more !भारत सरकार अधिनियम-1935 ब्रिटिश संसद द्वारा अगस्त 1935 में भारत शासन हेतु पारित किया गया सर्वाधिक विस्तृत अधिनियम था। इसमें वर्मा सरकार अधिनियम-1935 भी शामिल था। भारत में संवैधानिक सुधारों…
Read more !मोंटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधार अधिनियम तत्कालीन भारत सचिव मोंटेग्यू तथा वायसराय चेम्सफोर्ड की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर 1919 ई. में पारित किया गया था। भारत में प्रशासनिक सुधार लाने तथा…
Read more !मार्ले मिन्टो सुधार अधिनियम ब्रिटिश संसद द्वारा सर अरुण्डेल समिति की रिपोर्ट के आधार पर फरवरी 1909 में पारित किया गया था। दरअसल यह भारत परिषद अधिनियम-1909 के नाम से…
Read more !1892 का भारतीय परिषद अधिनियम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संवैधानिक सुधारों की मांग पर ब्रिटिश संसद द्वारा पारित किया गया था। इसे अधिनियम को भारतीयों द्वारा “लार्ड क्राउन अधिनियम” नाम…
Read more !भारतीय परिषद् अधिनियम -1861 प्रशासन में भारतीयों को शामिल करने के उद्देश्य से बनाया गया था। इस अधिनियम ने वायसराय की परिषद् की संरचना में बदलाव किया। यह प्रथम अवसर…
Read more !कम्पनी से क्राउन के हाथों में सत्ता के हस्तान्तरण के बाद महारानी विक्टोरिया ने 1 नवम्बर 1858 ई. को शाही घोषणा एक घोषणा-पत्र के माध्यम से की। इस घोषणा पत्र…
Read more !भारत सरकार अधिनियम-1858 को भारतीय प्रशासन सुधार सम्बन्धी अधिनियम भी कहा गया है। अगस्त 1858 ई. में ब्रिटिश संसद ने एक अधिनियम पारित कर भारत में कंपनी के शासन को…
Read more !भारत के संवैधानिक इतिहास में चार्टर एक्ट का प्रारम्भ ईस्ट इंडिया कम्पनी की स्थापना से होता है। सन 1600 ई. के चार्टर एक्ट ईस्ट इंडिया कम्पनी को पूर्वी देशों के…
Read more !अगस्त 1784 ई. में पिट्स इण्डिया एक्ट पास हुआ। इसने पहले के अधिनियमों के दोषो को दूर करने का प्रयास किया। इस एक्ट कंपनी के प्रदेशों को ‘भारत में ब्रिटिश…
Read more !यद्यपि रेग्यूलेटिंग एक्ट में बहुत दोष थे, फिर भी जिन परिस्थितियों में उसका निर्माण हुआ, सर्वथा सराहनीय था। बाउटन राउज के अनुसार, एक्ट का उद्देश्य तो अच्छा था, पर जो…
Read more !रेग्यूलेटिंग एक्ट का उद्देश्य कम्पनी के संविधान तथा उसके भारतीय प्रशासन में आवश्यक सुधार करना था अर्थात् इसका उद्देश्य उस बुराइयों को दूर करना था, जो कम्पनी के शासन में…
Read more !बंगाल में कुप्रशासन से उपजी परिस्थितियों ने ब्रिटिश संसद को ईस्ट इंडिया कंपनी के कार्यों की जाँच करने के लिए बाध्य कर दिया। इस जाँच से पता चला कि कंपनी…
Read more !भारतीय लोक नृत्य की परम्परा प्रागैतिहासिक काल से ही चली आ रही है। नृत्य एक सार्वभौमिक कला है, जिसका विकास मानव विकास के साथ निरन्तर होता गया। भारतीय संस्कृति और…
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