चौहान राजवंश, जिसे चहमन राजवंश के रूप में भी जाना जाता है, एक मध्यकालीन भारतीय राजवंश था जिसने 8वीं शताब्दी से 12वीं शताब्दी तक उत्तरी और पश्चिमी भारत के कुछ... Read More !
जैसा कि आप जानते हैं कि काव्य की तीन प्रमुख अंगों में से रस भी एक अंग होता है। अतः आप यहाँ क्रमवार आप पढ़ेंगे: काव्य में रस क्या है,... Read More !
काव्य के सौन्दर्य-तत्व मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं, जो निम्नलिखित हैं- भाव-सौन्दर्य विचार-सौन्दर्य नाद-सौन्दर्य अप्रस्तुत-योजना का सौन्दर्य भाव सौन्दर्य प्रेम, करुणा, क्रोध, हर्ष, उत्साह आदि का विभिन्न... Read More !
बंगाल का विभाजन 16 अक्टूबर 1905 ई. को प्रभावी हुआ। वायसराय लार्ड कर्जन ने 19 जुलाई 1905 को विभाजन की रूपरेखा आम जनता के सामने रखी। 20 जुलाई को विभाजन... Read More !
1858 के अधिनियम द्वारा भारत के गवर्नर जनरल को भारत का वायसराय कहा जाने लगा। गवर्नर जनरल और वायसराय एक ही व्यक्ति होता था। जब वह ब्रिटिश प्रान्तों का शासन... Read More !
लार्ड विलियम बैंटिंक (1828-35 ई.)- 1828 से 1833 तक बंगाल का गवर्नर जनरल और 1833 से 1835 तक भारत का गवर्नर जनरल। चार्ल्स मेटकॉफ (1835-36 ई.) लार्ड आकलैण्ड (1836-42 ई.)... Read More !
ब्रिटिश सरकार ने कम्पनी पर नियंत्रण स्थापित करने हेतु रेग्यूलेटिंग एक्ट-1773 पारित किया। जिसमें बंगाल के गवर्नर को बंगाल का गवर्नर जनरल बनाने का प्रावधान किया गया। वारेन हेस्टिंग्स को... Read More !
भारत में अंग्रेजी शासन की स्थापना सर्वप्रथम बंगाल में हुई। प्लासी के युद्ध के समय बंगाल में अंग्रेजों का प्रमुख ड्रेक था। प्लासी युद्ध की सफलता में राबर्ट क्लाइव की... Read More !
भारत सरकार अधिनियम-1935 ब्रिटिश संसद द्वारा अगस्त 1935 में भारत शासन हेतु पारित किया गया सर्वाधिक विस्तृत अधिनियम था। इसमें वर्मा सरकार अधिनियम-1935 भी शामिल था। भारत में संवैधानिक सुधारों... Read More !
मोंटेग्यू चेम्सफोर्ड सुधार अधिनियम तत्कालीन भारत सचिव मोंटेग्यू तथा वायसराय चेम्सफोर्ड की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर 1919 ई. में पारित किया गया था। भारत में प्रशासनिक सुधार लाने तथा... Read More !