ज्योतिष पर विश्वास

ज्योतिष पर विश्वास

ज्योतिष पर विश्वास एक था मंगना।बड़े ही मीठे स्वभाव का बांका जवान। था भी माँ बाप का एकलौता बेटा। बात यह थी – गाँव में पटवारी दीनानाथ के जब चालीस वर्ष की उम्र तक कोई बाल बच्चा न हुआ ,तो पटवारी की माँ ने देवी की मनौती मांगी। लोग कहते हैं ,उसे से बेटा जन्मा। बस ,देवी से बेटा माँगा ,इसीलिए दादी ने मंगतराम को मंगना बना दिया। 
मंगना दिन भर निठल्ला घूमता ,देवी के भजन गाता ,गप्पे लडाता ,इधर से उधर ,उधर से इधर। बस दिन बिता देता था। गाँव के स्कूल मास्टर पूरी कोशिश के बाद भी उसे दर्जा चार के आगे न पढ़ा सके। 
एक दिन पटवारी का परिवार गंगा नहाने गया। वहीँ पर दादी को एक ज्योतिषी मिला। उसने बताया – तेरा मंगना देवी माँ की कृपा से बड़े घर की बहू लाएगा। “
जमींदार
जमींदार
ज्योतिषी ने बता दिया ,मगर पटवारी और उसकी पत्नी को विश्वास नहीं आया। वे सोचते – “इस अनपढ़ को कहाँ मिलेगी बड़े घर की राजकुमारी सी सुन्दर बहु ?” मगर दादी को विश्वास था। पटवारी का छोटा भाई जंगलात में एक छोटा अफसर था। एक बार मंगना चाचा के पास गया। उसे जंगल खूब भाया। अकेला ही जंगल में घूमने निकल जाता। घंटों घूमता रहता। 
एक दिन मंगना लकड़ी काटने वालों के साथ बातें करता ,जंगल के बारे में पूछता ,दूर निकल गया। खूब घना जंगल। दिन में भी अँधेरा। वह एक पेड़ पर चढ़ कर बैठ गया।तभी कुछ दूर मंगना को एक हाथ दिखाई दिया। उस पर दो लड़कियां और एक लड़का बैठा था। महावत भी था। वे सब जंगल में सैर को आये थे। तभी उसे हाथी चिंघाड़ सुनाई दी। लड़कियां चिल्ला रही थी – “बचाओ शेर। “
शेर के डर से हाथी भागता हुआ ,उधर आया ,जिधर मंगना था। हाथी ,नीचे से निकला ,तो मंगना बिना कुछ सोचे ,उसकी पीठ पर कूद गया। वहां हथियार के नाम पर एक भाला ही था। तभी शेर ने हाथी पर छलांग लगायी। मंगना ने जय भवानी बोलकर पूरी ताकत से भाला शेर की ओर फेंका। भाला शेर को जाकर लगा। वह धरती पर गिर गया। हाथी पालतू और समझदार था। भागता -भागता खतरे से दूर निकल गया। 
इसके बाद मंगना का भाग्य पलट गया एक लड़की उस इलाके के जमींदार की थी। मंगना की बहादुरी पर जमींदार की लड़की रीझ गयी। 
बस ,मंगना जमींदार का दामाद बन गया।राजकुमारी सी सुन्दर पत्नी उसे मिल गयी और मिल गया जंगल का साथ। सतरंगे वस्त्रों में सुकोमल पोत बहु को पाकर दादी निहाल हो गयी।अक्सर वह कहती – मुझे ज्योतिष की बात पर सोलहों आने यकीन था। हो न हो ,देवी की कृपा से ही जंगल वाली वह घटना घटी थी। “
कहानी से शिक्षा – 
  • ईश्वर सबसे बड़ा होता है। 
  • हमें सबकी भलाई के लिए सोचना चाहिए। 

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