मानव शरीर में कितनी अंतःस्रावी ग्रंथियां होती हैं?

हार्माेन सूक्ष्म मात्रा में उत्पन्न होने वाले अपोषक वाहक के रूप में कार्य करते है।

प्रथम Hormone “Secretin” की खोज 1902 में Bayliss Sterling ने की थी।

मानव शरीर में पाई जाने वाली अंतःस्रावी ग्रंथियां

मानव शरीर में पाई जाने वाली अंतःस्रावी ग्रंथियां हैं? antahsravi granthi

  1. पीयूष ग्रंथि
  2. पीनियल ग्रंथि
  3. थायराइड ग्रंथि
  4. Parathyroid
  5. अग्नाषय ग्रंथि
  6. अधिवृक्क ग्रंथि
  7. जनन ग्रंथिया – (a) अण्डाषय (मादा में) (b) वृषण ग्रंथि (नर में)

1. पीयूष ग्रंथि

पीयूष ग्रंथि मटर के दाने के आकार की होती है जो कि कपाल की Sphenoid नामक हड्डी के एक गढ्ढे में स्थित होती है इसे master gland कहते है। इसे Sella tursica भी कहा जाता है क्योंकि यह ग्रंथि अन्य ग्रंथियों से निकलने वाले Harmones को नियंत्रित करती है।

2. थायराइड ग्रंथि

यह मनुष्य के गले में श्वास नली के Trachea के दोनों ओर Larynx के नीचे स्थित होती है। इससे निकलने वाला Hormone, Thyroxine शरीर में आयोडीन की कमी नहीं होने देता है।
(i) Thyroxine की कमी से होने वाले रोग → घेंघा भोजन में आयोडीन की कमी से यह रोग होता है तथा इस रोग में Thyriod gland का आकार बड़ा हो जाता है।
(ii) Thyroxine की अधिकता से होन वाले रोग → Exoptholamia Goitre → इस रोग में आंख फूलकर नेत्र कोटर से बाहर निकल जाती है।

3. Parathyriod gland

यह गले में Parathyriod gland के ठीक पीछे स्थित होती है। इसमें दो Parathyriod gland स्त्रावित होते है।
(i) Parathyriod hormone → यह hormone तब स्रावित होता है जब रक्त में ca++ की मात्रा कम हो जाती है।
(ii) Calcitomin hormone → यह hormone तब स्रावित होता है जब रक्त में तब स्रावित होता है जब रक्त में Calcium की मात्रा अधिक हो जाती है। 

4. अधिवृक्क ग्रंथि

इसके दो भाग होते है- (i) Cortex (ii) Medulla
(a) Cortex →Cortex से निकलने वाले hormone
(i) ग्लूकोकोर्टिकाइड (glucocorticoid) →ये (glucocorticoid) कार्बोहाइड्रेड, प्रोटीन एवं वसा के उपापचय को नियंत्रण करते है तथा इनकी रक्त में मात्रा इसी हार्मोन से नियंत्रित होती है।
(ii)  Mineralo corticoid→इसका मुख्य कार्य वृक्क नलिकाओं द्वारा लवण के पुनः अवषोषण एवं शरीर में अन्य लवणों की मात्रा का नियंत्रण करती है।
(b) Medulla → से निकलने वाले Hormone
  1. Epinephrine
  2. Non-epinephrine

ये दोनों Hormone हृदय के सामान्य कार्य के लिए जिम्मेदार होते है।

5. अग्नाषय ग्रंथि

(i) α – cell – Glucagon यह  glycogen → glucose में परिवर्तित करता है।
(ii) β – cell – Insulin यह glucose →glycogen में परिवर्तित करता है।

(iii) γ- cell – Somatostatin→ पचे हुए भोज्य पदार्थो को अवषोषित करने में सहायता करता है। (छोटी आंत से)

6. जनन ग्रंथि 

(a) अंडाशय (Ovary) → निकलने वाले hormone
  1. Oestrogen→यह अण्डवाहिनी के परिवर्द्धन को पूर्ण करता है।
  2. Progestrone →यह Oestrogen से सहयोग करके स्तनवृद्धि में सहायता करता है।
  3. Oxytocin (Relaxin) →गर्भावस्था में यह अण्डाषय, गर्भाशय में उपस्थित रहता है। और बच्चे के आसानी से पैदा होने में सहायता करता है।
(b) वृषण →
  1. Testosterone hormone →यह पुरूषेचित लैंगिग लक्षणों के परिवर्द्धन में सहायता करता है।

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