मित्रता /ज़ेन कहानियाँ

किसी समय चीन में दो मित्र हुए ,जिनमे में एक वीणा बजाता था और दूसरा डूब कर सुनता था . वादक कोई पहाड़ी धुन छेड़ता ,तो दूसरा कहता ,’मेरी आँखों के सामने पर्वतों की चोटियाँ सजीव हो उठी हैं ‘.
वादक पानी के सुर लगाता ,तो दूसरा कहता .’ऐसा लगता है जैसे कल – कल करती नदी बह रही हैं ‘.
एक दिन सुनने वाला बीमार पड़ा और जल्दी ही चल बसा . वादक मित्र ने अपनी वीणा के तार तोड़ डाले और फिर उसे कभी नहीं बजाया . तब से आज तक ‘वीणा के तार तोडना’ चीनी भाषा का मुहावरा बना हुआ है , जिसका अर्थ होता है – ‘अटूट मित्रता‘ .

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