तोरी सावरी सुरत – मीरा बाई के पद

मीराबाई

तोरी सावरी सुरत नंदलालाजी॥
जमुनाके नीर तीर धेनु चरावत। कारी कामली वालाजी॥
मोर मुगुट पितांबर शोभे। कुंडल झलकत लालाजी॥
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर। भक्तनके प्रतिपालाजी॥

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