रमे रामे मनोरमे

रमे रामे मनोरमे

विनम्रता
संस्कार
राम
राम
समर्पण
स्नेह
समाधि
के अविरल स्त्रोत राम हैं
त्याग
तपश्चर्य
संस्कृति
संस्कारों
के संवाहक राम हैं
कौशल
बुद्धि
विवेक
साधना
के धारक राम हैं
न्याय
सुशासन
नियम
यम
के पालक राम हैं
वीरता
रणधीरता
काल
महाकाल
की प्रतिमूर्ति राम हैं
राम का ऐश्वर्य
राम का चरित्र
राम के गुण
राम का राज्य
राम सा त्याग
राम सी वीरता 
राम सा व्यक्तित्व
सोया है हमारे अंदर
कोई उसे नही जगाना चाहता
क्योंकि इसके लिए
बहुत कुछ खोना पड़ता है
सब कुछ त्याग कर ही
राम सा ऊंचा उठा जा सकता है
अविरल राम हर हृदय 
में बहता गुण है।
जो आज की मनुष्यता की
बौनी पहुंच से परे है।
राम बनना बहुत कठिन है
भरत बनना असंभव है
लक्ष्मण की सेवा
कौसिल्या का वात्सल्य
सीता सा समर्पण
हनुमान सी भक्ति
उर्मिला सा विरह
मनुष्यता की श्रेष्ठतम संवेदनाएं हैं
दशरथ सा मोह
कैकई सी कठोरता
रावण सा अहंकार
मंथरा सी दुर्बुद्धि
मनुष्यता की निम्नतम विचारणायें हैं
रामायण का यह सार है
राम के गुणों को अपनाना ही
राम राज्य का विस्तार है।
रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं

यह रचना सुशील कुमार शर्मा जी द्वारा लिखी गयी है . आप व्यवहारिक भूगर्भ शास्त्र और अंग्रेजी साहित्य में परास्नातक हैं। इसके साथ ही आपने बी.एड. की उपाध‍ि भी प्राप्त की है। आप वर्तमान में शासकीय आदर्श उच्च माध्य विद्यालय, गाडरवारा, मध्य प्रदेश में वरिष्ठ अध्यापक (अंग्रेजी) के पद पर कार्यरत हैं। आप एक उत्कृष्ट शिक्षा शास्त्री के आलावा सामाजिक एवं वैज्ञानिक मुद्दों पर चिंतन करने वाले लेखक के रूप में जाने जाते हैं| अंतर्राष्ट्रीय जर्नल्स में शिक्षा से सम्बंधित आलेख प्रकाशित होते रहे हैं | अापकी रचनाएं समय-समय पर देशबंधु पत्र ,साईंटिफिक वर्ल्ड ,हिंदी वर्ल्ड, साहित्य शिल्पी ,रचना कार ,काव्यसागर, स्वर्गविभा एवं अन्य  वेबसाइटो पर एवं विभ‍िन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाश‍ित हो चुकी हैं।आपको विभिन्न सम्मानों से पुरुष्कृत किया जा चुका है जिनमे प्रमुख हैं :-
 1.विपिन जोशी रास्ट्रीय शिक्षक सम्मान “द्रोणाचार्य “सम्मान  2012
 2.उर्स कमेटी गाडरवारा द्वारा सद्भावना सम्मान 2007
 3.कुष्ट रोग उन्मूलन के लिए नरसिंहपुर जिला द्वारा सम्मान 2002
 4.नशामुक्ति अभियान के लिए सम्मानित 2009
इसके आलावा आप पर्यावरण ,विज्ञान, शिक्षा एवं समाज  के सरोकारों पर नियमित लेखन कर रहे हैं |

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