पारिस्थितिकीय अनुकूलन – इकोसिस्टम आधारित अनुकूलन

Paristhitiki Anukulan

इकोसिस्टम आधारित अनुकूलन (Paristhitiki Anukulan)

पारिस्थितिकीय अनुकूलन का तात्पर्य मानव का अपने प्राकृतिक या भौतिक वातावरण के साथ सामंजस्य से है। इस भौतिक वातावरण के अन्तर्गत जैविक एवं अजैविक दोनों ही अवयव शामिल होते हैं। ये अवयव मानव की जीवन शैली, खाद्य, आदतें, वस्त्र, आवास, व्यवसाय आदि पर प्रभाव डालते हैं।

मानव अपने चारों ओर इन तत्त्वों के साथ समायोजन का तो प्रयास करता ही है, साथ ही वह उन तत्त्वों में संशोधन का भी प्रयास करता है, ताकि वे उसके जीवन की जरूरतों के अनरूप हो सकें। ये संसोधन विज्ञान और तकनीक के विकास के साथ और अधिक गहन होते जाते हैं।

मानव का पारिस्थितिकी के साथ सामंजस्य दो तरीकों से होता है- अनुकलन और संशोधन।

  1. अनुकूलन (Adaptation)
  2. संशोधन (Modification)

1. अनुकूलन (Adaptation)

अनुकूलन (Adaptation) का तात्पर्य अपने वातावरण के अनुसार स्वयं को परिवर्तित (Self-Modification) करने से है। इसके दो प्रकार हैं-

  1. आन्तरिक अनुकूलन
  2. बाह्य अनुकूलन।

पुनः आन्तरिक अनुकूलन को भी दो वर्गों में बाँटा जाता है – (i) प्राकृतिक (ii) सांस्कृतिक

2. संशोधन (Modification)

संशोधन (Modification) जीवन को सरल बनाने हेतु जब मानव अपने वातावरण को अपनी जरूरत के अनुसार ढाल लेता है, तो यह संशोधन कहलाता है। अत्यधिक गर्म प्रदेशों में वातानुकूल एवं रेफ्रिजरेटरों का प्रयोग संशोधन का ही उदाहरण है।

EbA क्या है?

पारिस्थितिक तंत्र-आधारित अनुकूलन (Ecosystem-based adaptation-EbA) ऐसे दृष्टिकोणों के समूह को संदर्भित करता है जो मानव समुदायों की जलवायु परिवर्तन की भेद्यता को कम करने के लिये पारिस्थितिक तंत्र के प्रबंधन को शामिल करते हैं।

UNEP और IUCN अपनी वैश्विक योजनाओं और प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिये EbA उपायों को लागू करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं। इस कार्यक्रम द्वारा वित्त पोषित उपायों को विशिष्ट विशेषज्ञता और क्षमता-निर्माण द्वाराa आवश्यक समर्थन प्रदान किया जाएगा, जबकि अनुकूलन के लिये प्रकृति-आधारित समाधानों हेतु सूचना, ज्ञान और राजनीतिक इच्छाशक्ति को भी सुदृढ़ बनाने का भरपूर प्रयास किया जाएगा। इसके लिये आईयूसीएन और यूनेप अपने व्यापक मौजूदा नेटवर्क, उपकरण और विशेषज्ञता को इस कार्यक्रम के साथ संबद्ध करेंगे, जिसमें फ्रेंड्स ऑफ इकोसिस्टम-आधारित अनुकूलन (Friends of Ecosystem-based Adaptation-FEBA), यह आईयूसीएन द्वारा समर्थित है, और ग्लोबल एडेप्टेशन नेटवर्क (Global Adaptation Network), यूएनईपी द्वारा समर्थित, को शामिल किया गया है।

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