इब्ने इंशा का साक्षात्कार (Interview)

इब्ने इंशा 
प्रिय मित्रों , ‘भारतीय विकिपिडिया‘  में उर्दू साहित्य के प्रसिद्ध शायर इब्ने इंशा का साक्षात्कार (Interview) प्रस्तुत किया जा रहा है .इब्ने इंशा (शेर मोहम्मद खान ) का जन्म १९२७ में जालंधर में हुआ था .
जालंधर विश्वविद्यालय से इन्होने बी.ए की परीक्षा पास की . विभाजन के बाद
ये पाकिस्तान चले गए . वहां पर इन्होने विभिन्न पदों पर कार्य किया .इब्ने
इंशा को इनके समय का सबसे बेहतर व लोकप्रिय  शायर माना जाता है . इनकी
ख्याति कवि,यात्रा लेखक ,स्तंभकार तथा हास्य लेखक के रूप में हैं . कुछ
काव्य समीक्षकों का कहना है कि इनकी कविता शैली पर अमीर खुसरों तथा इनके
विचारों पर कबीर का जबरदस्त प्रभाव है . इनकी रचनाओं में ‘इस बस्ती के एक
कूंचे में
‘ ,’चाँद नगर‘ तथा ‘दिले वहशी‘ आदि है . इनकी  गज़ल ‘इंशा जी
उठों
‘ ,प्रीत का अलाव गोरी, य़े बातें  झूँठी बातें है ,गोरी मत जाओ,इल्म
बड़ी दौलत है आदि बड़ी प्रसिद्ध है . विभिन्न भाषाओं में इनकी पुस्तकों का
अनुवाद हो चुका है . 
आशा है  कि आप सभी को इनका साक्षात्कार पसंद आएगा . 

सौजन्य : youtube

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