खेल भावना पर निबंध

खेल भावना पर निबंध

खेल भावना पर निबंध essay on khel bhavna in hindi खेल भावना क्या है हर व्यक्ति को खेल अच्छा लगता है .मैच ,विशेषरूप से जब वह अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट जैसी महत्वपूर्ण घटना हो ,अत्यंत आनंदकर अनुभव
खेल भावना
खेल भावना

होता है .जीत दर्शकों की करतल ध्वनि और जीत के रूप में ट्रोफी हासिल करना यादों में संजोये रखने वाला अनुभव होता है .किन्तु हारने वाली टीम के बारे में शायद ही किसी का ध्यान जाता है .

आर्दश का अनुसरण – 

हर मैच में ऐसा होता है कि कोई एक टीम विजयी होती है और दूसरी टीम को पराजय स्वीकार करनी पड़ती है ,किन्तु हारने जीतने के आंकड़े से भी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है अच्छे या उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन .खेल को खेल की भावना के साथ खेलना वह आदर्श के जिसका अनुसरण किया जाना चाहिए .इसे ही खेल भावना या खिलाड़ीपन कहा जाता है .

उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन – 

कई बार ऐसा होता है की टीमें अत्यंत उच्च कोटि के खेल कौशल का प्रदशन करती हैं और बहुत ही मामूली अंतर से हार जीत का निर्णय होता है .कई बार भाग्य भी महत्वपूर्ण या निर्णायक भूमिका निभाता है .किन्तु जो जीम या खिलाड़ी उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करता है उसकी हमेशा ही सराहना और प्रशंसा की जाती है .

खेल भावना के गुण – 

एक अच्छा खिलाडी बनने के व्यक्ति को खेल भावना के गुणों को अर्जित करना पड़ता है .एक अच्छा खिलाडी बनने के लिए अनुशासन और चरित्र जरुरी है .एक खिलाडी के लिए पहली आवश्यकता यह है कि वह खेल को उचित रूप से खेले .एक अच्छा खिलाडी जीत के लिए कभी भी अनुचित तौर तरीकों का सहारा नहीं लेता .टीम भावना या स्प्रिट एक और महत्वपूर्ण गुण है .टीम के सदस्यों में आपस में सहयोग और सही तालमेल के बिना लक्ष्य को कभी प्राप्त नहीं किया जाता है .कप्तान के निर्णय का पालन करना एक और महत्वपूर्ण नियम है .यदि टीम के सदस्य कप्तान के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं ,तो टीम भावना का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा .समय निष्ठा और सतत प्रयास भी खेल भावना को परिभाषित करने वाले गुण है .सर्वोत्तम बनने या कर दिखाने का लक्ष्य मन में लिए सतत प्रयासों के बिना कोई भी खिलाडी किसी भी खेल  या क्रीडा में अग्रणी नहीं हो पाता है .

खेल भावना आम जीवन पर भी लागू – 

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हार या पराजय को सौजन्यतापूर्वक स्वीकार कर लेना खेल भावना की सबसे बड़ी निशानी है .विजेता को बधाई देना और उसकी जीत को स्वीकार कर लेना भी जीत हासिल करने के समान महत्वपूर्ण है .जैसे यह बातें खेल के क्षेत्र में लागू होती हैं ,वैसे ही हमारे आम जीवन में भी लागू होनी चाहिए .जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं और हार जीत होती रहती है .हमें जीवन को चुनौतियों का भी खेल भावना के साथ करना चाहिए . 
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