छात्रावास में रहने वाले अपने छोटे भाई को मित्र बनाने की सलाह देते हुए पत्र लिखिए
१२५ ,विकासनगर ,
लखनऊ – ७५
दिनांकः १२/०५/२०२१
प्रिय राजेश ,
कल तुम्हारा पत्र मिला ,पढ़ कर सब समाचार ज्ञात हुआ। तुमने लिखा है कि तुम छात्रावास में रहते हुए भी कोई दोस्त नहीं बना पाए हो। यह कोई ऐसी बात नहीं है कि जिससे तुम्हे निराश होना पड़े। दोस्त बनाने में देरी हो ,लेकिन दोस्त अच्छा होना चाहिए। जीवन में मित्र का होना बहुत आवश्यक है। तुम्हारे भी मित्र बनेंगे। तुम्हारे सहपाठी तुम्हारी रुचियों को स्वभाव को देख रहे होंगे। जैसे ही वे तुम्हे अनुकूल पायेंगे ,तुम्हारे सामने अवश्य ही दोस्ती का प्रस्ताव रखेंगे। तुम भी उनके स्वभाव को समझो फिर उनके साथ निकटता लाओ ,समयानुसार उनकी अच्छी बातों की प्रशंसा करो।
बाकी घर पर सब ठीक है। किसी चीज़ की आवश्यकता हो तो लिखना।
तुम्हारा बड़ा भाई