जन धन योजना पर निबंध

जन धन योजना पर निबंध 
Essay On Jan Dhan Yojana In Hindi 

जन धन योजना पर निबंध Essay On Jan Dhan Yojana In Hindi Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana Jan Dhan Yojana Essay in Hindi प्रधानमंत्री जन धन योजना के उद्देश्य प्रधानमंत्री जन धन योजना का लाभ प्रधानमंत्री जन धन योजना का लाभ कैसे मिलेगा  जन धन योजना खाता कैसे खोले प्रधानमंत्री जन धन योजना 2020 के लाभ प्रधानमंत्री जन धन योजना – प्रधानमंत्री जन धन योजना को संक्षेप में “PMJDY” के नाम से भी जाना जाता है | यह वित्तीय समावेशन पर आधारित एक राष्ट्रीय तथा बहुप्रतिक्षित योजना है | अर्थात् इस योजना का उद्देश्य समाज के पिछड़े व कम आय वाले लोगों को उनके वहन करने योग्य मूल्य पर वित्तीय सेवाएँ प्रदान करना है | देश भर के सभी परिवारों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ना है | आर्थिक भागीदारी को संभव और मज़बूत बनाना है | ख़ासतौर पर, गरीब जनता को सशक्त, सक्षम व आत्मनिर्भर बनाने का बहुआयामी लक्ष्य रखकर इस योजना को अस्तित्व में लाया गया है | 
वो कहते हैं न —– “बूँद-बूँद घड़ा भरता है…|” अर्थात् जिस प्रकार बूँद-बूँद के इकट्ठे हो जाने से पूरा घड़ा पानी से लबालब हो जाता है | उसी प्रकार यदि हम अपनी दिन-रात की मेहनत की कमाई का थोड़ा भी हिस्सा बचाकर भविष्य निधि के रूप में सुरक्षित रखें, तो एकदिन वही पैसा या धन हमें जरूरत पड़ने पर बड़ी से बड़ी मुसीबत से बाहर निकाल सकता है | जन-धन योजना के अंतर्गत देश के करोड़ों लोगों का सिर्फ़ बैंक खाता नहीं खोला गया, बल्कि इसके साथ लेनदेन को कैशलेस और अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने की एक ठोस शुरुआत की गई है | 
इस योजना के माध्यम से ग्राहकों को मिलने वाली सुविधाएँ, जैसे — बचत बैंक खाता खोलने की सुविधा,  आवश्यकता के अनुसार ऋण प्राप्त करने की सुविधा, अंतरण(NEFT)सुविधा, बीमा तथा पेंशन आदि हैं | 

जन धन योजना का शुभारंभ  

इस महत्वाकांक्षी व बहुउद्देशीय योजना की घोषणा लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त, 2014 को प्रधानमंत्री श्री
जन धन योजना
जन धन योजना

नरेन्द्र मोदी जी ने किया था | तत्पश्चात्, प्रधानमंत्री के द्वारा ही 28 अगस्त, 2014 को इसकी औपचारिक शुरूआत की गई थी | इस योजना के उद्घाटन के दिन ही तकरीबन डेढ़ करोड़ खाता खुला था |

हमारे देश में ग्रामीण इलाके के ऐसे लोग अत्यधिक थे, जिनके पास बैंक अकाउंट नहीं था | लेकिन जन-धन योजना के अस्तित्व में आ जाने से अब लगभग हर व्यक्ति या कम से कम एक परिवार का बैंक अकाउंट जरूर सम्भव हो पाया है | “मतलब, भारत डिजिटल इंडिया की तरफ़ तेजी से कदम बढ़ा चुका है…|” 
भारत इस योजना के अंतर्गत एक सप्ताह की अवधि के अंदर, सबसे ज्यादा लगभग 18,096,130 बैंक अकाउंट खोलने की उपलब्धि हासिल किया है, जिसे “गिनीज़ बुक अॉफ वर्ल्ड रिकार्ड” में जगह मिली है | 

जन धन योजना के लाभ 

जन धनयोजना से होने वाले लाभ निम्नलिखित हैं –
• इस योजना के तहत, वैसे गरीब तबके के लोगों को फ़ायदा पहुँचाया गया है, जो अपना बैंक अकाउंट खुलवाने में सक्षम नहीं थे, क्योंकि अकाउंट खुलवाने के लिए बैंक द्वारा निर्धारित रकम अकाउंट में अनिवार्य रूप से जमा रखना पड़ता है | वरना खाता बंद कर दिया जाता है | किन्तु, जन-धन योजना के तहत जीरो बैलेंस पर भी अकाउंट खोले जाते हैं | खाते में धनराशि न भी हो तो खाता बंद नहीं होता है | 
• इस योजना के तहत आने वाले खाता धारकों को एक “Rupay debit card” दिया जाता है, जिससे ए.टी.एम. मशीन के द्वारा रुपए का लेन-देन आसानी से कर सकते हैं | यह कार्ड नि:शुल्क होता है | 
• इस योजना के तहत, लोगों को सरकार से मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में होगा, जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा | 
• इस योजना के तहत, अकाउंट खुलवाने के बाद अगर आपने 6 महीने पूरे कर लिए हैं, तो आप बिना किसी परेशानी के पाँच हजार तक का कर्ज बैंक से ले सकते हैं | 
• इस योजना के तहत, खाता धारकों को 30,000 रूपए की न्यूनतम राशि का जीवन बीमा तथा एक लाख का एक्सीडेंटल बीमा दिया जाता है | 
• इस योजना के तहत, 10 वर्ष या उससे अधिक आयु वर्ग के बच्चों का भी खाता खोला जा सकता है | 
• अगर किसी के पास पहले से ही किसी बैंक में अकाउंट है, तो वह अपनी इच्छानुसार जन-धन योजना में खाता रूपांतरित कर सकता है | 

जन धन खाता खुलवाने के लिए आवश्यक सामग्री

प्रधानमंत्री जन-धन योजना के अंतर्गत जरूरी है कि जिस व्यक्ति का खाता खोला जा रहा है, उसकी उम्र कम से कम 10 वर्ष या उससे अधिक हो तथा भारत का नागरिक हो | 
वैसे तो इस योजना के तहत खाता खुलवाने के लिए सिर्फ आधार कार्ड काफी होता है | मगर किसी कारणवश आपके पास आधार कार्ड नहीं है, तो निम्नलिखित आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है –
• ड्राइविंग लाइसेंस  
• मतदाता पहचान पत्र 
• पैन कार्ड 
• पासपोर्ट 
• नरेगा कार्ड 
• यदि वर्तमान पता बदल जाए, तो अपने पते को स्वयं द्वारा प्रमाणित करके देना आवश्यक होता है | 

निष्कर्ष 

अत: हम इस निष्कर्ष पर पहुँच सकते हैं कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना का मुख्य उद्देश्य देश भर के सभी परिवारों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ना है |
इस योजना के तहत देश के करोड़ों लोगों का सिर्फ़ बैंक खाता नहीं खोला गया, बल्कि इसके साथ लेनदेन को कैशलेस और अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने की एक ठोस शुरुआत की गई है | इसमें देशवासियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है | 
आमतौर पर शहरी इलाकों में लोग अकाउंट से लेन-देन का काम लगभग जारी रखते हैं | लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोगों की आदत ज्यादातर नकद लेन-देन की होती है | चूंकि, प्रधानमंत्री जन-धन योजना की बुनियादी सोच ग्रामीण इलाके के लोगों को बैंकों तक पहुँचाने की रही है | यदि सारे ग्रामीणों या खाता धारकों के द्वारा लेनदेन बैंकों के माध्यम से किया जाएगा, तो नि:सन्देह वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलेगा | इतने बड़े तादाद में खाता खोलना, ग्राहकों और बैंकों दोनों के लिए तभी उपयोगी साबित होगा, जब इसे पूरी सक्रियता से उपयोग में लाया जाए | 
जैसे – किसानों को दिया जाने वाला समर्थन मूल्य, मनरेगा की मजदूरी, सबसीडी कैश आदि का भुगतान अनिवार्य रूप से इन्हीं खातों में किया जाए, तभी वित्तीय समावेशन अच्छी तरह से काम करेगा | केवल बैंक खातों को खोलना ही वित्तीय समावेशन नहीं कहलाता है…|| 

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