राजा योगी जी आप हमारे
राजा योगी जी आप हमारे
हम प्रशिक्षु हैं प्रजा तुम्हारे।
सत्र हमारा सत्रह वाला
लगा हुआ यह धब्बा काला
सबसे ज्यादा वक्त हैं बीते
इतने जख्म हैं कैसे सीते
तीन बार सीटेट दे आए
और एक यूपी टेट पाए
ये सारे उत्तीर्ण किए हम
सदा बहुत उम्मीद किए हम
फिर भी खाली हाथ हमारे
राजा योगी जी आप हमारे।
किस्मत ऐसी हमने पायी
KVS आया था शायद
2018 सन था शायद
तब से वह भी नजर न आया
कष्ट हमारा नजर न आया।
आप बताओ कैसे जिएं हम
चार वर्ष तैयारी किए हम
सोचे अब भर्ती आयेगी
घर में खुशहाली आएगी
तुमको क्या बतलायें अपनी
छोटी सी दुनिया है अपनी
तीस पच्चीस वर्ष के हैं हम सब
मांगे ही कर सकते हम सब।
विनय आपसे यही हमारी
पूरी कर दो मांग हमारी
शिक्षक बन बच्चों को निखारें
अपने अधूरे स्वप्न संवारे
आप युगों की आयु पाएं
सदा हमारे मार्ग सुझाएं
दें आशीष हमें उन्नति का
आप हमारा आज सवारें,
हम प्रशिक्षु हैं प्रजा तुम्हारे
राजा योगी जी आप हमारे।
– सुव्रत शुक्ल ,
B.Sc., D.El.Ed.{B.T.C(2017)}, M.A. (Sanskrit)
पूरे पयाग, रामगंज , सांगीपुर प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश)