the नियोजित शिक्षक

the नियोजित शिक्षक

the नियोजित शिक्षक

मास्क मैन ऑफ़ इंडिया के नाम से मशहूर बिहार के उपन्यासकार तत्सम्यक् मनु का दूसरा उपन्यास ‘the नियोजित शिक्षक’. प्रस्तुत उपन्यास की कथा, ऐसे विषय पर है, जिसपर आजतक किसी लेखक ने नहीं लिखा. उपन्यास की
कथा भारत के शिक्षकों की गाथा है कि कैसे शिक्षकों के हालात पर आजतक किसी भी ‘सरकार’ ने कोई कदम नहीं उठाया ?

उपन्यास दार्शनिक व रोमांचक अंदाज से शुरू होते हुए, हमें भारत के शिक्षकों के दु:खांत पक्ष से रूबरू कराते हुए, कई शोधपरक जानकारियाँ दे जाती हैं, जैसे- प्रेमचंद एक ‘कवि’ भी थे, जिन्होंने जीवन में कई कवितायें भी लिखे, उपन्यास में इनका उल्लेख हैं, तो वहीं यह भी उल्लेख है कि ‘बिहार दिवस’ 22 मार्च नहीं, वरन किसी अन्य साल और अन्य दिन है. उपन्यास में कथानायक के ज़िन्दगी के किस्से जहाँ रोमांचित करती हैं, वहीँ कई बातें गुदगुदाती हैं, तो रुलाती भी हैं.
जहाँ उपन्यास के नायक का चरित्र हमें आसपास के शिक्षकों के चरित्र जैसे लगते हैं, तो वहीं कथा में शिक्षिकाओं के पक्ष पर भी लिखा गया हैं. सबसे अहम बात यह है कि दिव्यांग शिक्षकों के बारे में भी लेखक ने मर्मस्पर्श बात लिखे हैं.


लेखक : तत्सम्यक् मनु,
समीक्षक : कृति कुमारी, उत्तर प्रदेश

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