होली का त्योहार
आया है होली का त्योहार,
लेकर अपने खुशियों की बौछार,
चारों और होंगे रंग गुलाल,
होगा मोहब्बत भरा रंगीन पैगाम,
रंग बिरंगा सुबह होगा,
सब ने अपने घरों में रंग घोला होगा,
बच्चे पिचकारी से रंगो की बौछार करेंगे,
खुशियों से हम उनको स्वीकार करेंगे,
ना होगा रंगो का कोई भेद,
ना कोई कहेगा काला ना सफ़ेद,
मिलकर भाईचारे के साथ हम रहेंगे,
कुछ ऐसा होली हम खेलेंगे,
होगा रंग गुलाल का साथ,
जब मिलेंगे बिछड़े यार,
करेंगे मस्ती बेमिसाल,
की याद रहें ये होली का त्योहार,
शाम को सबके घर आना जाना होगा,
बुर्जुर्गो के आशीर्वचनों से शाम सुहाना होगा,
सबके साथ मिलकर नाच गाना होगा,
सब मिल कर खुशियों के रंग मे प्यार का ऐसा रंग भरेंगे,
हम सब मिलकर खुशियों वाली होली जो खेलेंगे…
– सुमित वर्मा