औरत क्या है
औरत कांच की सतह की तरह,
पारदर्शी है
औरत |
इसमें आप देख सकते है
अपना प्रतिबिम्ब।
जितना अधिक प्यार से
इसे पोछेंगे
उतनी अधिक चमकदार
आपका प्रतिबिम्ब होगा
एक औरत के अंदर
आप छुपे होते हैं विभिन्न रूपों में।
आपकी छवि उसकी लज्जा के अंदर है
अगर आप जिद से इसे एक दिन तोड़ते हैं,
तो आपकी छवि
हज़ार टुकड़ों में बिखर जाएगी
और फिर लाख कोशिश के बाद भी
उस मोहक प्रतिबिम्ब के लिए तरस जाओगे।
जब भी तुम हाथ फेरोगे
इन टूटे जुड़े टुकड़ों पर
हमेशा एक जख्म पाओगे
अपने हाथों में।
स्त्री हमारे लिए बहुत ही अनमोल हैं
और वे सबसे अच्छी उपहार हैं
जो ईश्वर ने हमें दिया है
एक माँ ,एक बहिन
एक पत्नी और
बहुत सच्ची दोस्त के रूप में
– सुशील शर्मा