कोरोना का भूत

कोरोना का भूत 

मार्च से शुरु हुआ करोना का भूत, सुबह कितने केस आये, शाम को कितने, यह टीवी चैनल पर देखो क्या बता रहा है, अरे छोड़ो, जोधपुर का लोकल चैनल देखो। देखो आज ६० केस आये है, लोकडाउन मे सब्ज़ी लेने बाहर मत जाना, इससे सामान मत लो इसकी गली मे करोना पाजिटिव केस है, ऐसे करते करते दो माह बीत गये परन्तु करोना का भूत दिन व दिन बढ़ता गया और हमारी चिन्तायें भी, माँ का ध्यान रखो, भाईसाब की उम्र ज़्यादा है वह किन्हीं लोगो के सम्पर्क मे नही आने चाहिये यह काढ़ा लो, सरदार शहर से मँगवाया है करोना नही होगा, सब लोग कलकत्ता मे ले रहे है । अब काढा तो लेना ही पड़ेगा, बड़े भाईसाब ने जो सलाह दि है, वरना पूछते रहेंगे, लीया की नही ? तो काढ़ा शुरु करा, तो ठीक ठाक पहले तो परन्तु पता नही, दस्त शुरु हो गये, दिन मे पाचं सात, सब तरह के घरेलू उपचार शुरु किये गये पर ठीक ही नही हो रहे , डाक्टर के पास जाने का मतलब है, अस्पताल मे पता नही कौन करोना का बिमार व्यक्ति हो और आप को लग जाये । 
अरे ! यह सब वेबसाईट पर बता रहा है कि दस्त भी करोना ग्रसित होने का लक्षण है, फिर आप ध्यान रखो, किसी और को न फैला देना, अपना बरतन -कपड़े अलग रखो, ऊपर वाला गेस्ट रुम मे शिफ़्ट हो जाओ, बाप रे ! मुझ से तो दूर रहना, यह पत्नी के विचार थे क्या करता बुरी तरह डर गया ! एक काम करता हूँ वेपोराईजर से भाप लेना शुरु करता हूँ सुबह शाम, भाप लेते लेते दस दिन निकल गये फिर सलाह मिली , देखो, वो पड़ोसन का फ़ोन आया था उसका जवाई अमरीका मे करोना रिसर्च मे है वह बता रही है वहाँ हल्दी नमक के गरारे करवा रहें है , तो ठीक है शुरु कर देता हूँ .. हल्दी -नमक के गरारे फिर भी न तो दस्त रुके ना ही कोई फ़र्क़, हाँ गले मे चुभने
कोरोना का भूत
कोरोना का भूत

जरुर शुरु हो गयी सोचने लगा, रात को अगर सांस मे रुकावट आ गयी तो इलाज और ओकसिजन कहाँ से व्यवस्था होगी, कौन से अस्पताल मे ले जाना पड़ेगा, वहाँ किस डाक्टर से सैटिंग है, पता नही होम आईसोलेशन परमिशन मिलेगी की नही, कहते है जो ५५ साल से बड़े होते है उनको घर मे नही रहने देते । भूत दिल दिमाग मे बैठता चलागया और मै ज़्यादा बिमार होता चला गया, फिर हिम्मत करके डाक्टर भंडारी को दिखाने चला गया, मास्क डबल और दस्ताने पहन कर, डाक्टर ने छ: फ़िट दूर बैठाया और सब से पहले करोना की जाँच की सलाह दे डाली ..मैंने कहा कुछ दवा भी बता देते, २५०/- फ़ीस की ऐवज मे, इस पर डाक्टर साब ने कुछ पाचं दिन की दवा लिख डाली और बोले, करोना जाँच जरुर करवा लेना मै भी करवाता रहता हूँ सरकार मुफ़्त मे कर रही है ! अब शुरु हुआ और टेन्शन कहा से जाँच करवाये, जान पहचान वालो से सलाह ली तो और टेन्शन, किसी के सम्पर्क मे आये हो, तुम सब परिवार के लोगो को फसंवाओगे .. जाँच के लिये एक डिसपेंसरी मे गया तो पता चला ५० वायल आते है और लोग सौ, लम्बी लाईन रहती है १० बजे की जाँच के लिये ८ बजे आकर खड़े हो जाओ, अस्पताल मे तो और भी लम्बी लाईन एक पहचान वाला मिला तो बोला आप तो निकल लो, यहाँ के हाल ख़राब है, सब बिमार ही बिमार है ।

फिर जाँच का क्या होगा, फिर पता चला एक प्राईवेट अस्पताल के पास भी जाँच कराई जा सकती है २२००/- लगेंगे, सोचा चलो हो तो जायेगी ? पर वहाँ भी उसने दो दिन बाद आने के लिये कहा बोला टीम बाहर गयी हुयी है , अब ५००/- रुपये अलग से देंगे तो घर से सैम्पल लिया जा सकता है , कोई बात नही, घर आ जाना, अब घर मे सब ने सलाह दि सब की जाँच  करवाये ताकि पता चल जाये, किस किस को करोना तुमने करा है, फिर यह तय हुआ पहले दो जने जाँच करवायेगे अगर पाजिटिव आये तो शेष लोग भी जाँच करवायेगे । सैम्पल दिया गया शाम तक रिपोर्ट का इन्तज़ार, ह्रदय की धडकन तेज़, रिश्तेदारों के फ़ोन पर फ़ोन, क्या आया ? क्या आया ? ख़ैर रिज़ल्ट नेगेटिव आया तो साँस मे साँस आयी, परन्तु अभी भी ठीक नही लग रहा है सर दुख रहा है वह भी डाक्टर अग्रवाल के यू ट्यूब पर देखा था करोना का लक्षण है, और सुनो बहुत बार रिपोर्ट ग़लत आ जाती है आप दुबारा जाँच करवा लेवें यह डाक्टर भंडारी ने ऑनलाईन बताया है फिर क्या करे ? रात को नींद खुल गयी, पत्नी को उठाया बोला गला चोक लग रहा है ..क्या करु ? बेली गरम पानी रखा है पी लो और सौ जाओ .. परन्तु नीन्द तो जैसे उड़ गयी थी बिहार के अस्पतालों के हालात दिखाई दे रहे थे अब कया होगा सोचते सोचते कब नीन्द आ गयी सुबह उठा तो लगा शरीर मे अकड़न है , यह भी करोना का लक्षण है  अब तो बस  करोना हो ही गया है और अस्पताल ले जायेंगे । 
बरतन कपड़ों मे दिन पुरा होगया शाम होते होते एक विचार आया डाक्टर भंडारी के पास चलते है उससे सलाह दुबारा लेते है डाक्टर साब ने बैगर हाथ लगाये तीन दवाई लिख दी और कहा जरुरत होगी तो एणडोसकोपी जाँच करवायेगे, यह दवाई लो पाँच दिन । ठीक -ठाक दवा पुराने ज़माने की हाज़मे की गोली लिखी है, अचछा लेता हुँ  शुरु करते ही आराम आ गया फिर सोचा ईएनटी वाले को गला चोक रहता है की जाँच करवा लेता हुँ, पत्नी बोली आप यह जो २० दिनों से भाप ले रहे हो और गरम पानी नमक हल्दी के गरारे कर रहे हो किन्हीं बजे से आप का गला मे सूजन तो नही आ गयी । हाँ हो सकता है फिर करोना से बचाव कैसे होगा, जाने दो करोना, आप यह भाप सब लेना बन्द करो , पत्नी की सलाह मान कर भाप जैसे ही बन्द करी गले मे आराम आ गया । तो यह था करोना का भूत जिसने इतना डराया कि सब काम धन्धा छोड़ घर बैठ गया । आपको को भी करोना का भूत लग गया है तो मेरी सलाह मानिये उसे कहीये, स्वस्थ रहो, मस्त रहो । 
– दीपक जैन 


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