कौन है वह
जाने किस देश में बस्ती है वो
अजब मन चंचल है उसके प्रति
कभी समर्पित तो कभी उद्दंड है
उसे प्रेम का अर्थ पता है
जीवन की सच्चाई समझती है वो
कहती है नारी हूँ मैं
प्रेम की पूर्ण परिभाषा हूँ मैं
क्यूँ नहीं समझते मेरे ह्रदय की व्याकुलता को
प्रेम के उस कठिन पथ को
दूर हो गई तो रह न पाओगे
मेरी अनुपस्थिति क्या सहन कर पाओगे?
मेरे ही प्रश्नों का उत्तर ढूंढती है वो
जाने किस देश में बस्ती है वो
—————-
शम्स तमन्ना
लेखक डीडी न्यूज़, दिल्ली में असिस्टेंट प्रोडूसर के पद पर कार्यरत हैं. 11 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रियता के बावजूद कहानी लेखन, कविता और शेर-ओ-शायरी से इनकी गहरी दिलचस्पी रही है. उन्हें अपने सुझाव इस नंबर पर दे सकते हैं 09350461877.