क्योंजीमल और कैसे कैसलिया Kyonjimal Aur Kaise Kaiseliya NCERT Class 3 Hindi रिमझिम

क्योंजीमल और कैसे कैसलिया

क्योंजीमल और कैसे कैसलिया Kyonjimal Aur Kaise Kaiseliya  NCERT Class 3 Hindi रिमझिम CBSE Class 3 Hindi Chapter 10 क्योंजीमल और कैसे कैसलिया Kyunjimal aur kais kaisliya क्योंजीमल और कैसे  कैसलिया kyonjimal aur kaise kaisaliya class 3 hindi chapter 10 Q answer hindi class 3 chapter 10 class 3 hindi chapter 10 question answer kyonjimal aur kaise kaise kaisaliya hindi class 3 chapter 10 question answer kyonjimal aur kaise kaisaliya path ke prashan uttar kyonjimal aur kaise kaise kaisaliya path ke question answer क्योंजीमल और कैसे कैसलिया class 3 hindi with exercise क्योंजीमल और कैसे कैसलिया question answer kyonjimal aur kaise kaise liya kyonjimal aur kaise kaisliya class3 hindi question answers class 3 hindi Kyonjimal aur kaise saisliyaa NCERT Class 3 CBSE Class 3 Hindi NCERT Rimjhim class3 hindi question answers CBSE Class 3 Hindi class 3 hindi with exercise kyonjimal aur kaise kaisaliya path ke prashan uttar 

क्योंजीमल और कैसे कैसलिया पाठ का सारांश 

क्योंजीमल और कैसे – कैसलिया कहानी में लेखक सुबीर शुक्ला जी ने मजेदार ढंग से दो दोस्तों के माध्यम से आटा सानकररोटी बनाने की विधि बताई है। दो दोस्त हैं – क्योंजीमल और कैसलिया। क्योंजीमल हमेशा क्यों क्यों करते रहते हैं और कैसलिया हमेशा कैसे कैसे करते रहते हैं। इनके सवालों से लोग परेशान होकर ,हमेशा इनसे दूर ही रहते हैं। कभी कभी इन दोस्तों की मुलाकात भी हो जाती है ,तो ये अपने सवालों से लोगों को परेशान करते रहते। 
एक बार इन दोस्तों की मुलाकात गुरूजी से हो गयी ,जो सायकिल से गेहूं पिसाने जा रहे थे। उन्हें रास्ते में क्योंजीमल और कैसलिया मिल गए और सवाल पर सवाल करने लगे। गुरु जी से पूछा कहाँ जा रहे हो। गुरु जी ने बताया कि आटा पिसाने। आपको सायकिल कहाँ से मिली ,तो उन्होंने बताया कि शिवदास ने अपनी गाडी दे दी। आप आटा पिसवाने क्यों जा रहे हो। रोटी बनाने के लिए। रोटी कैसे बनेगी। आटे को सानेंगे ,बेलेंगे ,तवे पर पकाएंगे। आग पर फुलायेंगे। सानेंगे लेकिन क्यों। आटे में थोड़ा पानी रहता है। आग पर तपने से यही पानी भापबनकर बेली हुई रोटी को पकाता है ,इसीलिए इसे सानते हैं। कैसे सानते हैं रोटी। परात पर आटा निकालेंगे ,छुटकी भर नामक डालेंगे ,फिर धीरे -धीरे एक हाथ से पानी डालते हुए सानना शुरू करेंगे। पहले -पहले सारा आटा बिखरेगा ,फिर उसे समेटेंगे और अच्छे से सान लेंगे। परात पर क्यों सानेंगे। गुरुजी ने कहा कि तुम लोगों की क्यों – कैसे में मेरी चक्की बंद हो जायेगी। बंद हो जायेगी ,लेकिन कैसे। जब तक क्योंजीमल और कैसलिया को इसका जबाब जब तक मिलता ,तब तक गुरूजी अपनी सायकिल पर चढ़कर जा चुके थे। 

क्योंजीमल और कैसे कैसलिया पाठ के प्रश्न उत्तर 

तुम्हारी समझ में क्या आया ?
प्र. गुरु जी थैली में क्या लिए जा रहे थे ?

उ. गुरु जी थैली में गेंहू लेकर चक्की में आटा पिसाने जा रहे थे। 
प्र. क्योंजीमल और कैसे-कैसलिया से मिलने पर तुम दोनों के बीच मे क्यों  भटकते रह जाओगे ?

उ.  क्योंजीमल और कैसलिया ,अपने बेकार के प्रश्नों से लोगों को परेशान करते। उनके सवालों का कभी कोई अंत नहीं होता है। इसीलिए मैं भी उनके सवालों से भटकता रह जाता। 
प्र.  शिवदास ने गुरु जी की थैली देखकर अपनी साइकिल क्यों दे दी ?

उ.   शिवदास जी अपनी गाड़ी गुरूजी को दे दी क्योंकि गुरूजी बुजुर्ग आदमी थे। यदि वे गेंहू सर पर लाद कर ले जाते तो उन्हें बहुत परेशानी होती। इन्ही सारी समस्याओं से परिचित होकर शिवदास ने गुरूजी को गाडी दे दी। 
रोटी एक, नाम अनेक 
क्योंजीमल और कैसे कैसलिया
क्योंजीमल और कैसे कैसलिया

प्र.  रोटी को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नाम से पुकारा जाता है| कुछ और नाम पता करके लिखो|


उ.  रोटी को बहुत सारे नामों से पुकारा जाता है। जैसे – चपाती ,फुल्का ,नान ,पराठा। 
प्र.  तुम्हारे घर में आटा सानने को क्या कहते हैं?
आटा गूँधना आटा गलाना आटा मलना या कुछ और

उ.  मेरे घर में आटा सानने को आटा गूँथना कहते हैं। 
प्र.  गुरु जी कौन – से आटे की रोटी खाते थे ? अपने साथियो , घर के बड़ों से पता करो कि क्या किसी और चीज़ की रोटी भी बनती है ? उनके नाम लिखो | यदि उनका दाना या बाली मिलती है तो उसे अपनी कॉपी में चिपका दो|

उ.  गुरूजी ,गेंहू के आटे की बनी रोटी खाते थे। गेंहू के आटे के अतिरिक्त जौ, बाजरा और मक्के आदि की रोटी बनती है। 
प्र.  रोटी क्या ऐसे बनेगी? आटे को सानेंगे, गेहूँ को पिसवाएँगे, आग पर फुलाएँगे, तवे पर पकाएँगे, चकले पर बेलेंगे, गरम-गरम खाएँगे।नहीं? तो फिर कैसे?तो फिर, कैसे? सही क्रम बताओ।

उ.  रोटी बनाने के क्रम इस प्रकार है – गेंहू को पिसवाएंगे। आटे को सानेंगे। चकले पर बेलेंगे। तवे पर पकाएंगे ,आग पर फुलायेंगे ,गरम – गरम खायेंगे आदि। 
आसपास 
प्र.  हम गेहूँ पिसवाने आटा-चक्की पर जाते हैं। हम इन कामों के लिए कहाँ जाते हैं?

उ.  आटा खरीदने – किराने की दुकान या आटा चक्की। 
पंचर बनवाने – पंचर की दुकान पर। 
दूध खरीदने – ग्वाले या डेयरी पर। 
जूते की मरम्मत करने – मोची के पास 
सुराही खरीदने – कुम्हार के पास 
कॉपी – किताब खरीदने – स्टेंनरी की दुकान पर। 
बाल कटवाने – नाई या सैलून में। 

क्योंजीमल और कैसे कैसलिया पाठ के कठिन शब्द शब्दार्थ 

जवाब – उत्तर 
भटकते – खोजते 
पिसवाना – गेहूं को आटा के रूप में निर्मित करना 
सानना – गूँथना
चुटकी – बहुत थोड़ा 
पैदल – पैरों से चलना 

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