गर्मी की छुट्टियाँ के बारे में बताते हुए मित्र को पत्र
125, विकासनगर
लखनऊ – 75
दिनांकः 21/03/2021
प्रिय राजेश ,
कैसे हो ? तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ। यह जानकर बहुत ख़ुशी हुई कि तुम इस बार गर्मी की छुट्टी में अपने मामा के यहाँ भोपाल गए हो। मैं भी इस बार गर्मी की छुट्टी में नाना जी के यहाँ गया था। इस पत्र के द्वारा मैं यह बता रहा हूँ कि मैंने गर्मी की छुट्टी कैसे बितायी।
ज्योंही मेरा विद्यालय बंद हुआ ,मैं मम्मी – पापा के साथ नाना जी के यहाँ चला गया। नानी मुझे देखकर बहुत प्रसन्न हुई। नाना जी का घर फैजाबाद में है। फैजाबाद बहुत ही सुन्दर जगह है। वहां बहुत सी चीज़ें देखने लायक है। अयोध्या पास में होने से मंदिरों में दर्शन किया। भगवान की भक्ति में पूरा शहर रमा हुआ है। मैंने यहाँ सभी प्रमुख मंदिरों व रमणीय स्थानों का भ्रमण किया। यहाँ की जलवायु भी बहुत अच्छी है। मैं रोज़ सुबह एक घंटा नानाजी के साथ टहलने जाता था। रास्ते में वे मुझे नयी – नयी बातें बताते थे। वहां की जलवायु से मेरे स्वास्थ्य में भी बहुत सुधार हुआ। शाम को लगभग दो घंटे मामा जी मुझे गणित पढ़ाते थे। इस तरह मैंने गर्मी की छुट्टियों का हर तरह से सदुपयोग किया। छुट्टी समाप्त होने पर मैं फैजाबाद से अपने घर आ गया।
आशा करता हूँ कि तुमने भी गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग किया होगा। जल्द ही मुझे पत्र लिखकर अपना अनुभव बताओगे। चाचा – चाची जी को प्रणाम व बहन हंसा को ढेर सारा स्नेह व दुलार
तुम्हारा परम मित्र