संयुक्त राष्ट्र संघ United Nations

संयुक्त राष्ट्र संघ United Nations

संयुक्त राष्ट्र संघ और भारत संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्य संयुक्त राष्ट्र संघ के सिद्धांत संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध की विभिषिका को देखकर विश्व कांप उठा। अतः पुनः युद्ध न हो इस उद्देश्य को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को हुई । संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणापत्र में उद्देश्यों को स्पष्ट करते हए कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रमुख उद्देश्य अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति सुरक्षा बनाये रखना, विश्व की आर्थिक, राजनीतिक आदि समस्याओं का समाधान करना, स्वतंत्रता एवं समानता की रक्षा करना होगा । अमेरिका, रुस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन को संयुक्त राष्ट्र के स्थायी सदस्य के रूप में मान्यता प्राप्त है ।भारत देश  संयुक्त राष्ट्र के प्रारंभिक सदस्यों में शामिल है  जिसने १ जनवरी, १९४२ को वाशिंग्टन में संयुक्त राष्ट्र घोषणा पर हस्ताक्षर किए था तथा २५  अप्रैल से २६ जून, १९४५ तक सेन फ्रांसिस्को में सम्मेलन में भी भाग लिया था।इसके 6 महत्वपूर्ण अंग तथा अनेक संगठन है । संयुक्त राष्ट्र संघ विश्व को अनेक समस्याओं का हल निकालने में सक्षम रहा है ।

संयुक्त राष्ट्र संघ United Nations 

सेन फ्रांसिस्को सम्मेलन (25 अप्रैल 1945 ई. को सेन फ्रासिस्को में एक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ जिसके उद्घाटन भाषण में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रमैन ने कहा था ‘विश्व इतिहास में इतना महत्त्वपूर्ण सम्मेलन कभी नहीं हुआ । भविष्य की शान्ति का भार इस सम्मेलन के सदस्यों पर है ।इस सम्मेलन में 51 देशों के प्रतिनिधि और 1505 से अधिक सलाहकार उपस्थित हुए जिन्होंने 2 महीनों तक संयुक्त राष्ट्रसंघ के मसविदे को अंतिम रूप देने हेतु विचार-विमर्श किया।25 जनवरी 1945 का चार्टर पर बहस पूरी हुई और 26 जून को 51 राष्ट्राध्यक्षों ने उस पर हस्ताक्षर किए। 24 अक्टूबर 1945 को चार्टर को लागू करने की घोषणा की गयी ।

संयुक्त राष्ट्र संघ
संयुक्त राष्ट्र संघ
संयुक्त राष्ट्रसंघ के उद्देश्य United Nations: Objectives and Roles of United Nations

संयुक्त राष्ट्रसंघ का घोषणा-पत्र बहुत बड़ा है। इसमें 110 अध्याय हैं । प्रथम अध्याय में इसके उद्देश्यों का वर्णन किया गया है । उनमें निम्नलिखित मुख्य हैं – 
  • अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा की सामूहिक प्रयत्नों द्वारा स्थापना । 
  • विश्व के समस्त  राष्ट्रों  विशेषत: सदस्य राष्ट्रों में समानता तथा एकता की भावना उत्पन्न करना एवं मित्रता बनाये रखना। 
  • अंतर्राष्ट्रीय, आथिक, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा अन्य मानवीय समस्या का शान्तिपूर्ण ढङ्ग से सुलझाना । 
  •  पिछड़े हुए राष्ट्रों की उन्नति के लिए सामूहिक प्रयत्न करना ।
  • राष्ट्रों के आपसी झगड़ों का न्यायालय आदि के द्वारा निर्णय करना । 
  • जाति, भाषा, धर्म, लिंग का भेदभाव किये बिना सब के मानवीय अधिकारों के प्रति उत्पन्न करना । 
  •  किसी की राजनीतिक स्वतंत्रता पर आघात करने वाले तथा विश्वशान्ति भंग करने वाले देश के  विरुद्ध सैनिक तथा अन्य कार्यवाही करना । 
  • विश्व उद्देश्यों की पूर्ति हेतु विभिन्न राष्ट्रों के कार्यों में सामंजस्य स्थापनार्थ एक केन्द्रीयो शक्ति के रूप में काम करना । 

संयक्त राष्ट्र संघ के चाटेर के मौलिक सिद्धान्त Fundamental Principles of the United Nations

चार्टर के सिद्धान्त ही संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रासाद के आधार स्तम्भ हैं । इनका वर्णन पत्र के द्वितीय अध्याय में किया गया है।इन्हीं के आधार पर इसका निर्माण हुआ । भी संघ की कार्यवाही इन्हीं के आधार पर होती है । इसके निम्नलिखित सिद्धान्त है – 
  • संयुक्त राष्ट्रसंघ के सभी सदस्य राष्ट्र स्वतन्त्र सत्ता सम्पन्न है तथा संघ में समान अधिकार रखते हैं। 
  • सभी सदस्य राष्ट्र चार्टर के अनुसार सद्भावनापूर्वक अपने कर्त्तव्यों का पालन करेंगे। 
  • सभी सदस्य राष्ट्रों को अपने सभी अन्तर्राष्ट्रीय झगड़ों का निपटारा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा विश्वशान्ति, सुरक्षा और न्याय को बिना किसी प्रकार का आघात पहुँचाये हुए करना होगा। 
  • कोई भी सदस्य राष्ट्र किसी प्रदेश या राष्ट्र की राजनैतिक स्वतन्त्रता का अपहरण करने की चेष्टा नहीं करेगा और न किसी राष्ट्र के विरुद्ध ऐसे मामलों में पाशवीक बल का प्रयोग करेगा। 
  • चार्टर के नियम भंग करने या किसी राष्ट्र को न्याय दिलाने के लिए यदि संयुक्त राष्ट्रसंघ किसी राष्ट्र के विरुद्ध सैनिक अथवा आर्थिक कारवाई करेगा तो सदस्य राष्ट्र उसकी किसी प्रकार की सहायता नहीं करेंगे तथा संयुक्त राष्ट्रसंघ का हर प्रकार से साथ देंगे। 
  • यथा सम्भवः संयुक्त राष्ट्रसंघ किसी राष्ट्र के आन्तरिक मामलों में किसी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करेगा। 
  • यथासम्भव संयुक्त राष्ट्रसंघ विश्वशान्ति तथा सुरक्षा के लिए उन राष्ट्रों से भी जो इसके सदस्य नहीं हैं, चार्टर के अनुसार आचरण कराने की चेष्टा करेगा । 

संयुक्त राष्ट्र संघ का संगठन Organisation of UNO

संयुक्त राष्ट्र संघ के अंग तथा उनके कार्य Different organs of the united nations
संघ चार्टर के अनुसार अपना समस्त कार्य छः प्रमुख सभाओं तथा अनेक उपसभाओं द्वारा करता है । ये सभाएँ निम्नलिखित हैं – 
1. साधारण सभा (General Assembly) 
2. सुरक्षा परिषद् (Security Council)
3. आर्थिक तथा सामाजिक परिषद (Social and Economic Council) 
4. संरक्षण-परिषद् (Trusteeship Council) 
5. अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय (Inter-national Court of Justice) 
6. सचिवालय (Secretariate) 

You May Also Like