ऐश से गुज़री कि ग़म के साथ अच्छी निभ गयी
निभ गयी जो उस सनम के साथ अच्छी निभ गयी
दोस्ती उस दुश्मने-जाँ ने निबाही तो सही
गो निभी ज़ुल्मो-सितम के साथ अच्छी निभ गयी
ख़ूब गुज़री गरचे औरों की निशातो-ऐश में
अपनी भी रंजो-अलम के साथ अच्छी निभ गयी
बूए-गुल क्या रह के करती, गुल ने रहकर क्या किया !
बस नसीमे-सुबहदम के साथ अच्छी निभ गयी
शुक्र-सद शुक्र अपने मुँह से जो निकाली मैंने बात
ऐ ज़फ़र उसके करम के साथ अच्छी निभ गयी