हिंदी को नमन है – डॉ. राजेंद्र तेला की कविता

हिंदी जानता हूँ ,हिंदी बोलता हूँ
इस बात पर गर्व करता हूँ

मैं कितना धन्य हूँ
यह मैं ही जानता हूँ

हिंदी भाषाओं में रत्न है
यह एक कटु सत्य है

हिंदी की सेवा को,
देश सेवा समझता हूँ

इसी लिए हिंदी में लिखता हूँ

निरंतर इसके प्रसार मैं लगूंगा
इसके लिए प्रयत्न सारे करूंगा

यह मेरा प्रण है,हिंदी को नमन है
यह रचना डॉ. राजेंद्र तेला ‘निरंतर’  द्वारा लिखी गयी है . आप पेशे से दन्त -चिकित्सक है तथा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए है. आपकी ‘स्वास्थ दर्पण’ एवं ‘संतुलित आहार’ पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है. 

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