हिंदी भाषा हिंद की भाषा

हिंदी भाषा हिंद की भाषा

हिंदी भाषा
हिंद की भाषा
100 करोड़ों के दिलों की भाषा
मेरे
तुम्हारे
सब के दुख सुख की भाषा
सरस ,सुंदर ,सजीली ,सरीखी कोमल ,निर्भय, सभी भाषाओं की जननी
ऐसी है हमारी हिंदी
हिंदुस्तान की पहचान इससे
बना मेरा देश महान इससे
वीरों ने इसे पाला
हिंदी भाषा
कवियों ने इसे संभाला
भारतीय कन कन में समाई है
इसी से हम सब ने प्रतिष्ठा कमाई है
इस पर राज करने वाला
कभी ना नीचे जाता
विदेशी चाहे जितना जोर लगा ले
जड़े उखाड़ ना पाता
जैसे सिंगार अधूरा बिना बिंदी
वैसे विकास अधूरा बिना हिंदी
हिंदी  किसी दिवस की मोहताज नहीं
जो करें इसका अपमान करता वह कभी राज नहीं
शर्म नहीं इसे अपनाने में
मां की भाषा
जन्म से सीखी
क्या डर उसे जानने में
हिंदी होने पर हमें गर्व है
हिंदी बोलने में
हिंदी सीखने में
हम सब संगर्व हैं
पीढ़ियों से चलती आई
भारत की शान इसी से चमकती आई
पूरे विश्व में किस का डंका बजेगा
क्या चीन क्या अमेरिका
भारत की तरफ हर कोई
ललचाई नजरों से देखेगा
आओ हिंदी पर गर्व करें
गर्वित है यह इसे कभी ना लज्जित करें
प्रण लें इस दिवस पर
कोन कोन रोम रोम पर
हिंदी को अपनाएंगे
लिखेंगे पढ़ेगें
इसको ऊंचाई तक पहुंचाएंगे
– सोनिया

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