11 काव्य संग्रहों का लोकापर्ण

सुप्रसिद्ध आलोचक नामवर सिंह  द्वारा 11 काव्य संग्रहों का लोकापर्ण 

नई दिल्ली:  विश्व पुस्तक मेले के सातवें  दिन  राजकमल प्रकाशन समूह पर आलोचक नामवर सिंह द्वारा 11 लेखकों के काव्य संग्रहों का लोकापर्ण किया । 
काव्य संग्रहों में गीत चतुर्वेदी की ‘न्यूनतम मैं’, दिनेश कुशवाह की ‘इतिहास में अभागे’ ,आर. चेतनक्रांति की
लोकापर्ण
लोकापर्ण 

‘वीरता पर विचलित’ ,प्रेम रंजन अनिमेष की ‘बिना मुंडेर की छत’ ,राकेश रंजन की ‘दिव्य कैदखाने में’ ,विवेक निराला की ‘धुव्र तारा जल में’,सविता भार्गव की ‘अपने आकाश में’ ,समर्थ वशिष्ठ की ‘सपने मे पिया पानी’ ,मोनिका सिंह की ‘लम्स’, प्रकृति करगेती की ‘शहर और शिकायतें’ और पवन करण की ‘इस तरह मैं’ का  लोकपर्ण आलोचक नामवर सिंह द्वारा राजकमल प्रकाशन के पंडाल पर हुआ। उपस्थिति  लेखकों  ने अपने  अपने  किताबों  से  कुछ  अंश  लोगो  सामने  पस्तुत  किये।

इस मौके पर नामवर सिंह ने कहा “पुस्तक मेले में अक्सर में हर साल आता हूँ,मुख्य रूप से अपने प्रकाशन संस्थान राजकमल प्रकाशन ,मेरी सारी किताबें यही से प्रकाशित हुई हैं,हिंदी साहित्य के क्षेत्र में राजकमल सर्वोच्च माना गया हैं,साथ ही उन्होंने  ने  लेखकों को अपनी तरफ से उनके  उपन्यासों  के लिए बधाई दी।” 
कल 14 जनवरी के कार्यक्रम हॉल 12-12 ए ,स्टाल 303 -318 : राजकमल प्रकाशन :  3 -4 बजे क्षितिज रॉय के उपन्यास ‘गंदी बात’ का लोकार्पण गीतकार प्रशांत इंगोले करेंगे। 
प्रशांत इंगोले को वाजिब मशहूरियत मैरी कॉम और  बाजीराव मस्तानी  फिल्मों के गानों से मिली।
‘गंदी बात’ राधाकृष्ण प्रकाशन के ‘फंडा’ उपक्रम  से प्रकाशित है। । इसमें पहला उपन्यास ‘नॉन रेजिडेंट बिहारी’ 2016 में छपा था जो अब तक पांच हजार पाठकों के हाथों में है। फंडा आम पाठकों के लिए मनोरंजन प्रधान, स्तरीय कथा साहित्य का प्रकाशन करता आया है।
राजकमल प्रकाशन ने अपने स्टाल पर  पाठकों के लिए एक अनोखी स्कीम भी चलायी है एक सेल्फी पॉइंट है  ‘हिंदी है हम ‘ पर फोटो लेके फेसबुक पे  #RajkamalBooks पोस्ट करने पर किताबों पर 5% की छूट मिलेगी,जो की पुस्तकप्रेमियों को काफी पसंद आ रहा है,और सेल्फी लेने वालों में काफी उत्सुकता बढ़ा रहा है। 
Warm regards,
Santosh Kumar
M -9990937676

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