जल ही जीवन है

जल ही जीवन है
Jal Hi Jeevan Hai

जल ही जीवन है Jal Hi Jeevan Hai – हमारे समाज में एक कहावत है कि जल ही जीवन है, घर में एक दिन समय पर नल में पानी नहीं आता तो एक परिवार तो क्या पूरा मोहल्ला परेशान हो जाता है .मोहल्ले के एक परिवार में अपने मम्मी – पापा के बाद बबलू नाम का एक लड़का रहता था .वह सुबह जब भी उठता ,मम्मी से टूथब्रश में खूब ज्यादा टूथपेस्ट लगवा लेता और बाथरूम में नल खोलकर दांत मलता रहता और नल से पानी बेकार में गिराता रहता ,उसे कोई फर्क नहीं पड़ता था .इसी तरह नहाते समय भी ढेर सारा पानी गिराता था .उसकी इस आदत से परेशान उसके मम्मी – पापा उसे बहुत समझाते थे कि इस तरह पानी मत गिराया करो .पानी बहुत अनमोल होता है .लेकिन बबलू एक कान से सुनता दूसरे कान से निकाल देता .दूसरे दिन फिर उसी तरह पानी गिराता था . 
जल ही जीवन
एक दिन सुबह देर से उठने के कारण वह जल्दी – जल्दी नहाकर कुछ नाश्ता करके और टिफिन साथ में लेकर अपने स्कूल चला गया ,लेकिन जल्दी में अपनी पानी को बोतल ले जाना भूल गया .उस दिन लंच में उसने अपने टिफिन से खाना खा लिया ,लेकिन पानी की बोतल न होने के कारण स्कूल के नल से थोड़ा ही पानी पी पाया .फिर बीच में उसने पानी नहीं पिया .स्कूल की छुट्टी होने पर वह घर से निकला .तेज़ धूप के कारण उसे प्यास लग गयी .वह प्यास से व्याकुल था ,उसे कहीं पानी नज़र नहीं आ रहा था .उसे चक्कर जैसा आने लगा .तो उसने सोचा किसी के घर से पानी माँग कर पी ले .उसे कॉलोनी में एक मकान के नीचे खड़े होकर दरवाजे की घंटी बजायी .थोड़ी दूर में एक महिला ने दरवाजा खोला .बबलू ने कहा – आंटी जी ,थोड़ा पानी पिला दीजिये मुझे बहुत जोर की प्यास लगी है . 
उस महिला ने कहा – बेटा ! इस कॉलोनी में दो दिन से नल में पानी नहीं आया है .हम लोग किसी तरह पानी इकठ्ठा करके दो दिन से चला रहे हैं ,अभी जो थोड़ा – सा पानी बाल्टी में बचा था ,वह भी खत्म हो गया .यह सुनकर बबलू निराश होकर कुछ आगे बढ़ा ,लेकिन उसे पीने के लिए पानी नहीं मिला .किसी तरह वह अपने घर पर पहुँचा ,तो उसकी मम्मी ने उसकी हालत देखकर पूछा – क्या हुआ बेटा ! तुम्हारी हालत खराब क्यों है ? तब बबलू ने सबसे पहले मम्मी से पानी माँगकर पिया तो उसे कुछ राहत मिली और मम्मी की गोद में जाकर रोने लगा .उस दिन से बबलू की समझ में आया कि पानी कितना अनमोल है .वह जितना पानी रोज़ गिरा देता है ,उससे कितने लोगों की जरुरत पूरी हो सकती है .उस दिन से वह पानी बचाने लगा . 
जो बच्चों को सिखाते हैं ,उन पर बड़े खुद अमल करें तो यह संसार स्वर्ग बन जाएगा . 

कहानी से सीख – 
  • हमें जल का सदुपयोग करना चाहिए . 
  • बच्चों को भी जल के संरक्षण की शिक्षा मिलनी चाहिए . 

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