मछली रानी मछली रानी जीवन तेरा सब कुछ पानी

मछली रानी मछली रानी

मछली रानी मछली रानी
जीवन तेरा सब कुछ पानी
हरदम तैरती रहती हो
तैर  तैर  खाना खाती हो
तैर तैर कर ही सोती हो
क्या तुम कभी नहाती हो
क्या तुम कभी थकती हो
तैर तैर कर तुम अपना

मछली रानी
मछली रानी

सारा जीवन बिताती हो

आओ मछली तुम्हें ले जाऊं
इस विशाल सागर से दूर तुम्हें ले जाऊं
तुम्हें सारी दुनिया दिखाउ
इससे भी अलग है कुछ
आओ तुम्हें बताऊं
आओ तुम्हें थोड़ा सा आराम करवाऊ
मछली बोली,,ना रे ना
मुझे ना आराम करना
चलना तैरना मेरा काम
जीवन सार जल रानी मेरा नाम
भला जहां सारा जीवन बिताया
जिसके साथ सारा सुख दुख साझा किया
उसे कैसे छोड़ दूं
तुम्हारे साथ भला मैं कैसे जाऊं
मुझे तो लगे प्यारी मेरी दुनिया
चाहे हो सागर ,चाहे लुटिया
मैं तो यही रहूंगी
जल बिन तड़पुगी
हमेशा।।।जल रानी कह लाऊंगी

– सोनिया अग्रवाल 
प्राध्यापिका अंग्रेजी
राजकीय पाठशाला सिरसमा
कुरूक्षेत्र

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