मित्रता पर निबंध हिंदी में | Essay On Friendship In Hindi

मित्रता पर निबंध

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मित्रता का अर्थ

जब दो लोग प्रेम और विश्वास की भावनाओं को आपस में बाँट लेते हैं ,उनकी रुचियाँ एक जैसी होती हैं और वे एक साथ समय गुजारना पसंद करते हैं तो कहा जाता है कि वे दोस्ती अथवा मित्रता की डोर में बंधे हुए हैं। हमारे जीवन

मित्रता पर निबंध हिंदी में | Essay On Friendship In Hindi
मित्रता

में अनेकों लोग आते हैं किन्तु हम उनमें से केवल कुछ ही लोगों को चुनते हैं जो हमारे मित्र या दोस्त बनते हैं।  मित्रता मानव जाति को प्राप्त अत्यंत बहुमूल्य उपहारों में से एक है और सचमुच में भाग्यशाली होते हैं ,जो लोग जिनके पास सच्चे मित्र होते हैं। 

कृष्ण सुदामा की मित्रता 

आज के प्रतिस्पर्धा या प्रतियोगिता के इस युग में जहाँ हर व्यक्ति सफलता के लिए जी – तोड़ प्रयास कर रहा है ,वहां सच्चे मित्रों का मिल पाना बहुत ही मुश्किल काम है। सच्ची मित्रता के बारे में अनेक महान पौराणिक कथाएँ भी प्रसिद्ध हैं। भगवान् श्रीकृष्ण जो एक राजकुमार थे और उनके निर्धन मित्र सुदामा की मित्रता इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। सच्ची मित्रता में जाति ,वंश या हैसियत आदि का कोई भेद नहीं होता है। 

मित्रता का बंधन 

जीवन में आगे बढ़ने के लिए मित्रता को उन्नतशील करना चाहिए और उसे मजबूत करना चाहिए। सच्चा मित्र सहनशील होता है और वह अपने मित्र के सद्गुणों और उसकी कमियों दोनों को स्वीकार करता है। सच्चा मित्र भरोसे या विश्वास के लायक भी होता है। बिना विश्वास के निष्ठा नहीं हो सकती हैं। विश्वास में टूट या दरार पड़ने के कारण ही अक्सर दोस्ती या मित्रता टूट जाती है। मित्रता में जहाँ बंधन बहुत मजबूत होते हैं व्यक्ति को यह स्वतंत्रता होनी चाहिए कि वह अपने मित्र को यदि वह गलत रास्ते पर जा रहा हो तो स्पष्ट और सही सलाह दे। अन्यथा मित्रता में कृत्रिमता आ जाती है। 

मित्रता की गुणवत्ता

बचपन और जवानी का समय मित्रों का समय होता है क्योंकि यही वह समय होता है जब हम खेलते हैं और अपने साथियों के साथ समय व्यतीत करते हैं। प्रौढ़ावस्था में विशेषरूप से आज की दुनिया में हर व्यक्ति इतना व्यस्त रहता है कि दोस्तों के साथ वक्त गुजराने के लिए बहुत कम समय मिल पाता है। जवानी के दिनों में बने मित्र कई बार आजीवन मित्र बने रहते हैं। स्थायी या लम्बी मित्रता इस बात पर निर्भर नहीं करती हैं कि आप कितनी बार एक दूसरे से मिलते हैं। मित्रता की गुणवत्ता इस पैमाने से मापी जाती है कि आप एक दूसरे का कितना ध्यान रखते हैं और अच्छे या बुरे दिनों में कितना एक दूसरे के काम आते हैं। 

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