रक्षाबंधन पर निबंध

रक्षाबंधन पर निबंध

Essay on Raksha Bandhan in Hindi

रक्षाबंधन बहन भाई के आपसी प्रेम का प्रतीक और भाई का बहन के प्रति रक्षा का वचन है .यह त्यौहार सावन
रक्षाबंधन

मास में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है . भारतीय त्योहारों में रक्षा बंधन के पर्व का विशेष महत्व है .इस पर्व का विशेष महत्व है .यह पर्व इस बात का प्रतीक है कि सबल सदा निर्बलों की रक्षा करते रहें . रक्षा बंधन धारण करने वाले व्यक्ति का कर्तव्य हो जाता है कि वह रक्षा सूत्र बाधने वाले की सदा रक्षा करें . श्रावण मास में मनाएं जाने के कारण यह पर्व श्रावनी भी कहलाता है . इसे राखी का त्यौहार भी कहते हैं .

रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक

एक पौराणिक कथा के अनुसार जब देवताओं और राक्षसों के बीच युध्य हुआ तो इंद्र की पत्नी इन्द्राणी ने उन्हें रक्षा हेतु सूत्र बाँधा और इंद्र विजयी हुए .रक्षाबंधन की प्रथा तभी से चली आ रही है .बहनें ईश्वर से भाई की विजय और दीर्घ आयु की प्रार्थना करते हुए राखी बाँधती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन लेते हैं . 

राखी बांधने के लिए मुहूर्त

रक्षाबंधन के आने पर बाज़ार तरह -तरह की राखियों की चमक से भर जाते हैं .नन्हे भाईओं की नन्ही कलियों के लिए खिलौने वाली राखियाँ भी नज़र आती है .भाईयों और बहनों के लिए विभिन्न उपहारों से बाज़ार सजे रहते हैं . 
राखी के दिन प्रातः काल से बहने कुछ विशेष प्रसन्न और व्यस्त दिखाई पड़ती है .भाई बहन का पारस्परिक प्रेम इस दिन नए उत्साह और नयी उमंगों से भर जाता है .बहन भाई की आरती उतारती है,राखी बाँधती है तथा मिठाई खिलाती है . भाई भी बदले में बहन को तरह -तरह के उपहार देते है . जगह -जगह स्त्रियाँ इकट्ठी होकर झूले -झूलती हैं राखी के गीत गाती हैं . चारों तरफ हँसी -ख़ुशी का वातावरण दिखाई देता है . इस अवसर पर विवाहिता लडकियाँ अपने माता -पिता के घर जाती हैं . इस प्रकार परिवार के समस्त लोगों से उसकी मुलाकात होती है तथा कुछ दिनों तक उनके सुख -दुःख में सम्मिलित होने का उन्हें अवसर मिलता है .बर्षों की बिछड़ी हुई सखी -सहेलियाँ एक बार फिर इकट्ठी होती है और उनका प्रेम हरा -भरा हो जाता है .स्त्रियों के लिए रक्षा बंधन हर्ष और उल्लास का पर्व है .रक्षा बंधन के पर्व से बढ़कर भाई -बहन के प्यार का अन्य कोई प्रतिक नहीं है .

मंगलकामनाओं का उत्सव

भारतवर्ष ने सदा ही निर्बलों की रक्षा की . आज देश स्वतंत्र है तथा हमारा उत्तरदायित्व बढ़ गया है .इन पर्वों के महत्व को जानकार तथा उससे प्रेरणा ग्रहण करके ही हम अपने कर्तव्य का पालन कर सकते हैं . यह त्यौहार संबंधों को और मज़बूत करता है .भारतवासिओं  का यह पर्व मंगलकामनाओं का उत्सव है . 

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