रानी लक्ष्मी बाई पर कविता

रानी लक्ष्मी बाई पर कविता



सुनो ध्यान-से हिंद के लोगों,
यह बात बहुत पुरानी है।
इधर-उधर की बात नहीं,

रानी लक्ष्मी बाई
रानी लक्ष्मी बाई

यह साहस भरी कहानी है।

मैं बात बताती हूं उसकी,
वह रानी लक्ष्मीबाई है।
वह बनी देश की बेटी,
हाँ वह भारत माँ की प्यारी है।

इधर-उधर की बात नहीं,
यह साहस भरी कहानी है।
गुड़िया गुड्डा खेल खिलौने,
उसको कभी न भाए  थे।

उसने युद्ध किया उनसे,
जो राज्य लूटने आए थे।
सीखी वह तलवार चलानी,
कहलाती मर्दानी है।

इधर-उधर की बात नहीं,
यह साहस भरी कहानी है।
छोटी उम्र में ही उसने,
खुद को शस्त्रों के संग जोड़ा।

वीरता से अपने लक्ष्मी ने,
दुश्मन का मुंह तोड़ा।
राज्य की खातिर रानी ने,
युद्ध में दी बलिदानी है।
इधर-उधर की बात नहीं,
यह साहस भरी कहानी है।

-श्रेया मिश्रा
दिल्ली 

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