साँस साँस में बाँस
सांस सांस में बांस के प्रश्न उत्तर saans saans mein baans summary in hindi saans saans mein baans ka saransh sans sans me bans summary ncert hindi class 6 chapter 17 questions and answers ncert solutions for class 6 hindi vasant chapter 16 sas sas me bas class 6 question answer class 6 hindi chapter 17 summary
साँस साँस में बाँस निबंध में एलेक्स एम जॉर्ज जी ने बांस की विशेषता का बड़े विस्तार से वर्णन किया है।उन्होंने निबंध के प्रारम्भ में एक जादूगर चंगकीचंगलनबा बारे में बताया है।जिसने अपने मरने पर कहा था कि यदि मेरी कब्र को छठे दिन खोदेगो ,तो वहां कुछ नया पाओगे। लोगों ने छठे दिन उसकी कब्र खोदी ,तो वहां बांस की टोकरियों के कई डिजाईन मिलें।लोगों ने इसकी नक़ल करके सीखा ,साथ ही कुछ नए डिजायन भी इजाद किये।
साँस साँस में बाँस |
बरसात के समय लोग बाँसों को इकठ्ठा करने लगते हैं।आमतौर पर ३ वर्ष की आयु वालों बाँसों को काटा जाता है। बाँस से शाखाओं और पत्तियों को अलग कर लिया जाता है।दाओ से इन्हें छीलकर खपच्चियों तैयार कर ली जाती है। खपच्चियों की लम्बाई अलग अलग होती है।टोकरी या आसन बनाने के लिए अलग अलग लम्बाई की खपच्चियाँ काटी जाती है। इनकी चौड़ाई एक इंच से ज्यादा नहीं होती है। खपच्चियाँ चीरने के लिए हुनर चाहिए। इस हुनर को सीखने के लिए बहुत समय चाहिए। टोकरी बनाने के लिए खपच्चियों को चिकना बनाया जाता है।इसके बाद गुड़हल ,इमली की पत्तियों से रंगा जाता है।बांस की बुनाई साधारणत: ही होती है। इसे आड़ा – तिरछा रखा जाता है।चैक का डिजायन बनता है।टोकरी के सिरों पर खपच्चियों को या तो चोटी की गूंथ लिया जाता है।या कटे सिरों को नीचे की ओर मोड़कर फंसा दिया जाता है।इस प्रकार टोकरी तैयार हो जाती है।इसे बाजार में बेचा जा सकता है या फिर घर के कामों में प्रयोग किया जा सकता है।
साँस साँस में बाँस अभ्यास प्रश्न निबंध से
प्र.१. बाँस को बूढ़ा कब कहा जा सकता है ? बूढ़े बाँस में कौन सी विशेषता होती है ,जो युवा बाँस में नहीं पायी जाती ?
प्र.२. बाँस से बनायीं जाने वाली चीज़ों में सबसे आश्चर्यजनक चीज़ तुम्हे कौन सी लगी और क्यों ?
प्र.३. बाँस की बुनाई मानव के इतिहास में कब आरम्भ हुई होगी ?
प्र.४. बाँस के विभिन्न उपयोगों से सम्बंधित जानकारी देश के किस भू – भाग के सन्दर्भ में दी गयी ? एटलस में देखो।