एक तुही है यार मेरा

एक तुही हैं यार मेरा 


क दोस्त/मित्र के बिना हमारा जीवन अधूरा है ना???।आज में एक दोस्त हमारे जीवन में कितना जरुरी होता है,इस विषय पर अपने विचार सांझा कर रही हूँ। इसकी शुरूआत में कुछ पंक्तियों से करना चाहती हूँ – 

                 खींच कर उतार देते है,
                  उम्र की चादर।  
                  ये कंबख्त दोस्त कभी,
                  बूढ़ा होने नहीं देते।
                  दोस्तों से रिश्ता रखा 
                  करु जनाब,
                  तबियत मस्त रहेगी 
                  यह वो हकीम है,
                   जो अल्फाज़ से ,
                   इलाज कर दिया करते है।

        

एक तुही है यार मेरा
एक तुही है यार मेरा

एक व्यक्ति अपने सुख-दुःख, पसंद-नापसंद और हर तरह की बातें जिससे बांट सकते हैं वो हैं एक सच्चा मित्र हैं।हमें सच्चे मित्र कभी नही खोने चाहिए।हर एक व्यक्ति के जीवन में मित्रता का महत्व होता है।
          

हमारे जीवन में तीन प्रकार के दोस्त होते है। एक होते है ‘ अच्छे दोस्त ‘, जो हमारे दोस्त होते है पर उनसे हमारी बातचीत कम होती हैं। दूसरे सरे होते है ‘ बुरे दोस्त ‘ , जो हमेशा हमारी भोलेपन का फायदा उठाते है। तीसरे होते है ‘ सबसे अच्छे दोस्त ‘ ,जो हमेशा हमारे साथ खड़े रहते है, उनके होने से हमारा जीवन ‘आसान और खुशीयों से भरा बन जाता     है’। एक सच्चा दोस्त हमें जीवन में  अनेक प्रकार के यादगार, मीठे और सुखद अनुभव देता है।
          
मेरे मित्रों का समूह, मेरे लिए एक दूसरे परिवार जैसा है। मेरी भी बहुत अच्छी, सच्ची और बहुत ज़्यादा समजदार सहेली है। जो हर मुश्किल में मेरे साथ खड़ी रहती है।हम एक दूसरे को करीब-करीब 7 सालों से बहुत अच्छे मित्र है। मेरी सच्ची सहेली का नाम है ‘शिवानी ‘ । हम दोनों ने एक दूसरे को बहुत अच्छे से जाना है। 

              अब में,अपने विषय को अंत करना चाहती इन पंक्तियों के साथ।
              उम्र और ज़िन्दगी में बस फर्क
               इतना है,
               जो दोस्त के बिना बीती  वो 
               उम्र है, 
              और जो दोस्त के साथ बीती वो
              जिन्दगी है। 



– सुखवीन कंधारी

School- Sacred Heart High School and Junior College Vashi 

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