अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
यही कामना हिंदी की
गहरी हो पहचान आपसी
यही साधना हिंदी की…’’
भारत एक महान देश है जिसमें कई धर्म, कई जातियों और कई भाषाओं के लोग मिलजुल कर रहते हैं। पर इनकी एक विशेषता यह है कि विभिन्न भाषाएँ बोलने के बावजूद सभी के एक दूसरे से जुडने का कारण हिंदी भाषा ही हैं। हिंदी बहुत ही लोकप्रिय भाषा बन चुकी है। हिंदी का प्रचलन अब केवल भारत में ही नहीं बल्कि धीरे-धीरे पूरे विश्व में अपनी सुंदरता के साथ फैलते हुए अपना वर्चस्व फैला रही है। आज विषव के कोने से लोग भारतीय संस्कृति और हिदी से प्रभावित होकर भारत की ओर रूख कर रहे हैं और दूसरी ओर हम भारतीय हिेदी की उपेक्षा कर रहे हैं, जो हमारी सबसे बड़ी भूल हैं।
जापानी बोले जापान में,
स्पेनिश बोले स्पेनी में,
फिर हम क्यो न बोले हिंदी में
वक्ताओं की ताकत हिंदी,
लेखक का अभिमान हिंदी,
भारतीयों की पहचान हिंदी,
आओ मिलकर करें इसका सम्मान,
माथे की यह बने बिंदी,
मेरी प्यारी-प्यारी हिंदी।