किसान की आय दोगुनी कैसे होगी ?

किसान की आय दोगुनी कैसे होगी ?

         
किसान की आय दोगुनी कैसे होगी ? – भारत जैसे कृषि प्रधान देश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के उपाय के बारे में सोचना समय की मांग है। यदि यह काम एक अच्छे तरीके से हो जाए और देशी उन्नत बीज और उनकी पैदावार फिर से हो जाए तो देश का

किसान 

बहुत भला होगा।हाइब्रिड बीजों से पैदावार तो जरूर बढ़ी है लेकिन उनका स्वाद और एफीकेसी के विषय में बहुत ठोस रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता। हम यह देख रहे हैं कि जब आलू बाजार में आ जाता है अथवा टमाटर बाजार में आ जाता है तब किसान को जो भाव मिलता है वह कतई स्वीकार योग्य नहीं होता ।होता यह है कि वह अपनी पैदावार जैसे आलू ₹2 किलो या उससे भी कम पर बेचता है जो कि घाटे का सौदा है लेकिन बाजार में वहीं आलू कुछ महीनों बाद जब ₹20 किलो बिकने लग जाता   है ,इससे यह अनुमान तो लग ही जाता है कि आखिर इसका लाभ कौन उठा रहा है।तब पता नहीं समर्थन मूल्य के दो रेट कैसे हो जाते हैं।

मेरी इस विषय में एक हकीम डॉक्टर से बात हो रही थी तो उन्होंने बताया कि औषधि पादप इंटरनल ब्लीडिंग रोकने के लिए गुलनार नाम से है जब हमने किसानों से उसकी खेती कराई तो पैदावार के समय उन किसानों से बाजार में वह ₹50 प्रति किलो के रेट पर लिया लेकिन जब वही गुलनार ग्राहक के रूप में लेने गए तो वह साढे ₹500 प्रति किलो के हिसाब से मिला, यह है हमारे बाजार में जिंसों की रेट की असलियत। इससे किसान जो है वाह रुचि पुरवा औषधियों के पादप उगाने में कैसे रुचि ले यह भी तो उसके लिए एक घाटे का सौदा ही होगा। इस पर जरूर कोई रोकथाम या नियंत्रण अवश्य होना चाहिए। इन रेटो  के दोहरेपन से किसी का भी व्यथित होना स्वाभाविक है लेकिन जो व्यथित नहीं होता उसके बारे में अधिक टिप्पणी नहीं करूंगा।
इसके अलावा भी ऐसे मुद्दे हैं जिन पर देश के अर्थशास्त्रियों ,समाज चिंतको और समाजशास्त्रियो  को सोचने की जरूरत है जैसे अब जीएसटी लागू हो गया है पूरे देश भर में कुछ जिंसों को छोड़कर करो में एकरूपता की बात की जा रही है मैंने वस्तु के रेटों के दोहरे पन के बारे में बताया था चलिए अब हम सेवा में दोहरे रेटो पर भी बात कर ले।किसी राज्य में बिजली के रेट ,सरकारी / निजी बसों के रेट कम है तो कहीं बेहद ज्यादा । सेवा और वस्तुओं की दरों में एकरूपता समय की मांग है जो के अलग अलग राज्यों में अलग अलग रेट सेवाओं के देखने को मिल रहे हैं। प्रबंधकों को इस ओर भी समुचित ध्यान देना चाहिए।
 संपर्क  – क्षेत्रपाल शर्मा
 म.सं 19/17  शांतिपुरम, सासनी गेट ,आगरा रोड अलीगढ 202001
 मो  9411858774    ( kpsharma05@gmail.com )

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