राजीव गांधी पर निबंध | Essay on Rajiv Gandhi in Hindi

राजीव गांधी पर निबंध  
Essay on Rajiv Gandhi in Hindi

राजीव गांधी शिक्षा राजीव गांधी का जीवन परिचय  Rajiv Gandhi biography in hindi राजीव गांधी पर निबंध  Essay on Rajiv Gandhi in Hindi राजीव गांधी की जीवनी राजीव गांधी का योगदान राजीव गांधी का जन्म राजीव गांधी के विचार राजीव गांधी पुण्यतिथि राजीव गांधी डेथ राजीव गांधी की हत्या का कारण – जिस किसी व्यक्ति का जन्म आजाज़ी के बाद के भारत में हुआ है ,वह व्यक्ति राजीव गांधी के जीवन और समय से भलीभांति परिचित है .राजीव गांधी का जन्म महान स्वतंत्रता सेनानियों और राजनीतिज्ञों वाले विशिष्ट परिवार में हुआ था किन्तु राजीव गांधी बड़े संकोच के साथ राजनीति में आये थे .हालांकि राजनीति के आकाश में उनकी उपस्थिति ज्यादा समय के लिए नहीं रही किन्तु उसके बावजूद उन्होंने भारत के आधुनिक इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी है . 

राजीव गांधी का जीवन परिचय 

राजीव गांधी (२० अगस्त, १९४४ – २१ मई, १९९१), इन्दिरा गांधी के पुत्र और जवाहरलाल नेहरू के दौहित्र (नाती),
राजीव गांधी
राजीव गांधी

भारत के सातवें प्रधान मंत्री थे।१९८४ में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद १९८९ के आम चुनावों में कांग्रेस की हार हुई और पार्टी दो साल तक विपक्ष में रही। १९९१ के आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो गई थी।

सबसे युवा प्रधानमंत्री 

राजीव गांधी की माता जी इंदिराजी की जिस समय हत्या कर दी गयी .उस समय वे सफल पायलट के रूप में अपने उड़ान करियर में लगे हुए थे .किन्तु कांग्रेस पार्टी के सभी नेतागण चाहते थे कि राजीव गांधी अपना पायलट का करियर छोड़कर राजनीति के क्षेत्र में आयें और चुनाव लड़ें.राजीव गांधी उस समय राजनीति और प्रशासन के क्षेत्र में नौशिक्या थे किन्तु इसके बावजूद १९८४ में हुए आम चुनाव के उनके नेतत्व में कांग्रेस पार्टी को प्रचंड सफलता प्राप्त हुई . हालाकिं वे हवाई जहाज़ उड़ाने में दक्ष थे किन्तु एकबार देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री के रूप में बागडोर सँभालने के बाद उन्होंने सिद्ध कर दिखाया कि वे एक गतिशील और उर्जावान नेता भी बन सकते हैं . 

युवा भारत के नेता 

भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश का जिसकी अपनी विविध प्रकार की समस्याएँ ,सपने और महातावाकंच्श्यें हैं ,राजीव गांधी ने अपने युवाकाल में ही बड़ी ही दूरदर्शिता के साथ नेतत्व किया और देश को परिवर्तन और आधुनिकता के पथ पर आगे बढाया .वे सच्चे अर्थों में युवा भारत के नेता थे . उन्होंने गरीबी की मार झेल रहे देश के करोड़ों लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए आर्थिक कार्यक्रम जारी रखे .गाँवों में रहने वाले लोगों की सरकार की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सहभागिता बढ़ाने के लिए उन्होंने गाँवों में पंचायत राज प्रणाली में कई सुधार लागू किये . 

अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में नेतृत्व 

राजीव गांधी ने अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में भी भारत की स्थिति को मज़बूत और प्रभावी बनाया .अनेक वर्षों के बाद की गयी उनकी चीन यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना थी .उन्होंने अनेक शान्ति सम्मेलनों में भाग लिया और भारत की छवि एक शांतिदूत के रूप में प्रदर्शित की . उन्होंने भारतीय समाज के धर्म निरपेक्ष स्वरुप को और मजबूत बनाया और साम्प्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा दिया . 

शांति और सौहार्द के प्रतीक  

श्रीलंका में आतंकवाद से मुकाबला करने में श्रीलंका सरकार की सहायता के लिए भारतीय सेना की टुकड़ियाँ भेजना उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों  में से एक मानी जाती है .इसी कारण से दचिन भारत में चुनाव प्रचार करते हुए आतंकवादियों ने षड्यंत रचकर उनकी हत्या कर दी . यदि राजीव गांधी जीवित रहे होते तो और भी कई उपलब्धियों को हासिल कर चुके होते . भारत की राजधानी नयी दिल्ली स्थित उनका समाधी स्थल शांतिवन शान्ति और सौहार्द का प्रतिक है .लाखों भारतीयों के लिए राजीव गाँधी इस देश के एक महान शहीद और महान सपूत हैं . 

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