इश्क बाजी वो करे जो जान की बाजी करे

इश्क बाजी वो करे जो जान की बाजी करे


प्यार करने वाले दीवाने कभी डरते नहीं।  

लोग मजनूं कहते हैं मगर वो चिढ़ते नहीं। 
मेरा दिल तोड़ा है तुमने गए दास्ता लिखकर। 
अब नहीं मिल सकोगे हमसे तुम कभी हसकर। 
हमारे प्यार की मजबूरियाँ कोई देखे। 

मुहब्बत
खुद अपने आपको हम बेवफा बना बैठे। 
मेरी हर आस टूटी मिले हैं ख़ाक में अरमा। 
तरसती है निगाहें ये कहाँ कैसा है वो मेहमां। 
तुम करोगे अ किनारा हमसे ये न सोचा हमने। 
फिर मिलोगे दुबारा कभी ये न सोचा हमने। 
किसी तुमने मुहब्बत की दुआएँ दी थी। 
किसलिए तुमने वफाओं की सदाएं दी थी।  
प्यार की कसमें कभी निभाई होती। 
तेरी तस्वीर निगाहों बसाई होती।  
चले सफ़र को हम तुम तारों की छाँव में। 
आजाद है अब दुनियां से जंजीर नहीं पाँव में।  
पहले अगर हमें तेरा पता मालूम हो जाता। 
तेरे विरह में दिल को इतना तो न तड़पाता।  
कार चलाने के लिए ड्राईवर जरुर चाहिए। 
प्यार करने के लिए माशूक जरुर चाहिए।  
उनसे हमारा आखिरी सलाम कह देना। 
दिल हमें न भूलें कभी मिलने की दुआ करना।  
अजब मेरी दुनिया अजब यहाँ दस्तूर है। 
दिल में तो बसी हो मगर नज़रों से दूर है। 
इश्क बाजी वो करे जो जान की बाजी करे। 
खुद तो भूखा मारे माशूक को राजी करे। 

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